जवाहर कला केंद्र में खिला हरियाली का उत्सव

Ananya soch
अनन्य सोच। किचन गार्डन एसोसिएशन द्वारा Jawahar Kala Kendra में आयोजित तीन दिवसीय गार्डन बाज़ार का दूसरा दिन उत्साह और हरियाली से सराबोर रहा. देशभर से आए 70 से अधिक स्टॉल्स ने आगंतुकों को बागवानी की अनूठी दुनिया से रूबरू कराया. पौधों से लेकर गार्डनिंग एक्सेसरीज़, मिनिएचर आर्ट्स और नवीनतम प्रयोगों तक, हर स्टॉल ने लोगों का ध्यान खींचा. साथ ही प्रतिदिन आयोजित निःशुल्क कार्यशालाएँ बागवानी प्रेमियों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही हैं.
- विशेषज्ञों की कार्यशालाओं में दिखा उत्साह
शनिवार को आयोजित सत्रों में पूर्व अध्यक्ष डॉ. शशि भार्गव ने लैंडस्केप गार्डनिंग की बारीकियों को समझाते हुए पत्थरों और पौधों से सुंदर ट्रे गार्डन बनाने का प्रशिक्षण दिया. उन्होंने धूप और छाया पसंद पौधों के चयन के महत्त्व पर भी विस्तार से जानकारी दी.
संस्था की सचिव श्यामा वर्मा ने टेरेरियम बनाने की कला सिखाई, जिसमें कांच के बोल में पौधे लगाकर हरियाली का आकर्षक स्वरूप तैयार किया जाता है. वहीं सुदेश अरोड़ा द्वारा आयोजित बोनसाई कला सत्र ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया.
आकर्षण का केंद्र – कोकडामा और नक्षत्र पौधे
डॉ. अदिति खंडेलवाल के कोकडामा हैंगिंग प्लांट्स आगंतुकों की पहली पसंद बने. वहीं नक्षत्र के अनुसार पौधों का डिस्प्ले लोगों को विशेष रूप से भाया। प्रदर्शनी में मिनिएचर आर्ट, बोनसाई और ट्रे गार्डन सबसे लोकप्रिय आकर्षण रहे. आगंतुकों ने कहा कि आज की फ्लैट संस्कृति में ये छोटे-छोटे गार्डन हरियाली का नया अनुभव देते हैं.
-खरीदारी और बच्चों के लिए कार्यक्रम
बाज़ार में कमल, गुलदाउदी और पुणे से आए विशेष पौधों की खरीदारी जोरों पर रही। आगंतुकों को सब्ज़ियां उगाने और माइक्रोग्रीन्स तैयार करने का भी मार्गदर्शन दिया गया.
रविवार को बच्चों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित होगी, जिसमें उन्हें ट्रे गार्डन और पौधे लगाने की कला भी सिखाई जाएगी.
आयोजन का समय और महत्व
गार्डन बाज़ार प्रतिदिन रात 9 बजे तक खुला रहेगा और सभी कार्यशालाएँ निशुल्क रहेंगी. यह आयोजन केवल पौधों का उत्सव नहीं, बल्कि शहरी जीवन में हरियाली और बागवानी को नया आयाम देने का प्रयास है.