कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी मीट में मुख्यमंत्री ने रखा प्रदेश के विकास का विजन
Ananya soch: Chief Minister presented his vision for the development of the state at the Pravasi Rajasthani Meet in Kolkata
अनन्य सोच। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी अपनी मातृभूमि से दूर रहकर भी अपनी संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक मूल्यों को जीवंत रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि “विकसित राजस्थान 2047” (Developed Rajasthan 2047) के लक्ष्य को साकार करने में प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री मंगलवार को कोलकाता में आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने सभी प्रवासी राजस्थानियों को आगामी 10 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस’ (Pravasi Rajasthani diwas) समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि यह दिवस राजस्थानियों की उपलब्धियों का उत्सव मनाने और उनकी जन्मभूमि के साथ भावनात्मक संबंधों को सुदृढ़ करने का अवसर प्रदान करेगा. शर्मा ने प्रवासी राजस्थानियों से ‘कर्मभूमि से जन्मभूमि’ अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में निवेश-अनुकूल नीतियों से औद्योगिक परिदृश्य में बड़ा परिवर्तन आया है. राज्य आज भारत का अग्रणी टेक्सटाइल सेंटर बन चुका है, जहां 1,500 से अधिक फैक्ट्रियां कार्यरत हैं। राजस्थान देश में जस्ता, सीसा, चांदी, संगमरमर और बलुआ पत्थर का भी अग्रणी उत्पादक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खनिज नीति 2024 और एम-सैंड नीति 2024 (Mineral Policy 2024 and M-Sand Policy 2024) से खनिज क्षेत्र को नई गति मिली है.
श्री शर्मा ने बताया कि राजस्थान सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 34,555 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ देश में प्रथम स्थान पर है. हाल ही में 17 गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित की गई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश जल्द ही हाइड्रोकार्बन और पेट्रोकेमिकल केंद्र के रूप में भी उभरने जा रहा है, जिसके लिए एचपीसीएल रिफाइनरी एवं ‘राजस्थान पेट्रो जोन’ (HPCL Refinery and Rajasthan Petro Zone) की स्थापना की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ है। वर्ष 2024 में 2.3 करोड़ से अधिक पर्यटक राजस्थान आए. सरकार ने पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी सेक्टर (Tourism and Hospitality Sector) को उद्योग का दर्जा दिया है और निवेश सीमा को घटाकर 50 करोड़ रुपये कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट (Rising Rajasthan Global Investment Summit) में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिनमें से 7 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं. रीको प्रत्यक्ष भूमि आवंटन नीति से अब तक 1,200 से अधिक निवेशक लाभान्वित हुए हैं.
कार्यक्रम में नगरीय विकास राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों की सहभागिता से राज्य के विकास का संकल्प और मजबूत होगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित किया तथा राजस्थान फाउंडेशन की कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया (Coffee table book of Rajasthan Foundation released) . कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी, उद्योगपति एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे.