2 साल: नव उत्थान–नई पहचान बढ़ता राजस्थान, हमारा राजस्थान अटल ज्ञान केंद्रों से ग्रामीण युवाओं का सशक्तीकरण और डबल इंजन सरकार के प्रभाव से विकास को नई गति

2 साल: नव उत्थान–नई पहचान  बढ़ता राजस्थान, हमारा राजस्थान  अटल ज्ञान केंद्रों से ग्रामीण युवाओं का सशक्तीकरण और डबल इंजन सरकार के प्रभाव से विकास को नई गति

Ananya soch

अनन्य सोच। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के पिछले दो वर्षों ने राज्य के सर्वांगीण विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं. “नव उत्थान–नई पहचान” के सूत्र के साथ सरकार ने शिक्षा, ग्रामीण विकास, कृषि, ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण और रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है. इस दौर की सबसे महत्वपूर्ण पहल है ग्राम पंचायत स्तर पर अटल ज्ञान केंद्रों की स्थापना, जो ग्रामीण युवाओं के ज्ञान, कौशल और डिजिटल सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है. साथ ही डबल इंजन सरकार की वजह से केंद्र की योजनाओं का लाभ प्रदेश को तेजी से मिला है, जिससे राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है.

अटल ज्ञान केंद्र: ग्रामीण शिक्षा और डिजिटल अवसरों की नई क्रांति

ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जा रहे अटल ज्ञान केंद्र ग्रामीण युवाओं को डिजिटल शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, ई-लाइब्रेरी, इंटरनेट सुविधा, कंप्यूटर प्रशिक्षण और करियर परामर्श जैसी आधुनिक सुविधाएँ प्रदान करेंगे. इन केंद्रों में ई-मित्र एवं कॉमन सर्विस सेंटर भी संचालित होंगे, जिससे ग्रामीण नागरिक विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगे. 
प्रत्येक केंद्र में स्थानीय प्रशिक्षित युवा ‘अटल प्रेरक’ की नियुक्ति से संचालन के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. 

प्रथम चरण में 3,000 से अधिक जनसंख्या वाली पंचायतों को प्राथमिकता दी गई है. अब तक 1,274 अटल ज्ञान केंद्रों का चिन्हांकन कर वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है. आगामी चरणों में सभी ग्राम पंचायतों को इस सुविधा से जोड़ने का लक्ष्य है.

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान से मिला सशक्त सहयोग

भारत सरकार ने पुनर्गठित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) के अंतर्गत राजस्थान को 1,047 पंचायत लर्निंग सेंटर की स्वीकृति दी है. 232 करोड़ से अधिक की यह सहायता अटल ज्ञान केंद्रों में उन्नत डिजिटल संरचना, कंप्यूटर लैब, ई-लाइब्रेरी प्रणाली और प्रशिक्षण तंत्र को मजबूत करेगी. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे ग्रामीण आत्मनिर्भरता का महत्वपूर्ण आधार बताया.

डबल इंजन सरकार का प्रभाव: केंद्र की योजनाओं का तेज और पारदर्शी क्रियान्वयन

राजस्थान ने ऊर्जा, जल, स्वास्थ्य, आवास, महिला कल्याण, श्रमिक सुरक्षा और कृषि क्षेत्रों में तेज प्रगति दर्ज की है. 

ऊर्जा आत्मनिर्भरता

  • पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत 1.09 लाख रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित. 

  • पीएम कुसुम योजना में दो वर्षों में ही 2460 मेगावाट सौर क्षमता स्थापित, जिससे 1.54 लाख किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध. 

जल प्रबंधन

  • रामजल सेतु लिंक परियोजना के लिए 26 हजार करोड़ के कार्यादेश जारी. 

  • जल जीवन मिशन से दो वर्षों में 13 लाख से अधिक घरों में पाइपलाइन से पेयजल पहुँचा. 

स्वास्थ्य और आवास

  • आयुष्मान भारत योजना से 30.68 लाख मरीजों को निःशुल्क उपचार. 

  • पीएम आवास योजना में 2.06 लाख पक्के घर पूर्ण, 7.61 लाख स्वीकृत।

महिला सशक्तीकरण

  • पीएम मातृ वंदना योजना से 9.92 लाख महिलाओं को सहायता. 

  • लखपति दीदी योजना में 12.06 लाख महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम बनीं. 

जनजातीय, श्रमिक और रोजगार क्षेत्र

  • धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में 6019 गांव शामिल, देश में प्रथम स्थान का सम्मान. 

  • ई-श्रम पोर्टल पर 17.41 लाख पंजीयन, PM स्वनिधि में 87 हजार ऋण, विश्वकर्मा योजना में 2.13 लाख कारीगरों को प्रशिक्षण. 

किसानों का डबल सम्मान

  • PM किसान सम्मान निधि से दो वर्षों में 76.18 लाख किसानों को 8,359 करोड़ रुपये की सहायता.

अटल ज्ञान केंद्रों की स्थापना और केंद्र की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन ने राजस्थान की विकास यात्रा को नई दिशा और नई गति दी है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में “विकसित राजस्थान” का संकल्प अब साकार होता दिख रहा है.