Lakme Fashion Week: लैक्मे फ़ैशन वीक में जीवंत हो उठा जयपुर का 'जौहरी बाज़ार'

जयपुर के मशहूर डिज़ाइनर पुनीत बलाना ने पेश किया अपना फ़ेस्टिव कलेक्शन 'जौहरी बाज़ार'

Lakme Fashion Week: लैक्मे फ़ैशन वीक में जीवंत हो उठा जयपुर का 'जौहरी बाज़ार'

Ananya soch: Lakme Fashion Week

अनन्य सोच। Lakme Fashion Week: जयपुर के 'जौहरी बाज़ार' की चहल-पहल भरी गलियां फैशन रनवे पर जीवंत हो उठीं, जब जयपुर के मशहूर डिज़ाइनर पुनीत बलाना ने लैक्मे फ़ैशन वीक में अपना फ़ेस्टिव 2024 कलेक्शन 'जौहरी बाज़ार' पेश किया. गुलाबी नगरी को समर्पित यह कलेक्शन राजस्थान की जीवंत संस्कृति से प्रेरित है. इसका प्रत्येक डिजाइन कलात्मक प्रिंट्स और रंगों के मिश्रण का एक खूबसूरत प्रदर्शन है. इन डिजाइंस को बड़ी बारीकी के साथ हर बॉडी टाईप और साइज के लिए तैयार किया गया है.

डिजाइनर पुनीत बलाना ने कहा, "लैक्मे फैशन वीक में 'जौहरी बाज़ार' के इस संस्करण के माध्यम से, हमारा उद्देश्य हस्तनिर्मित वस्त्रों की स्थायी सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देते हुए रचनात्मक कला का जश्न मनाना है. हम भविष्य में भी ऐसे कलेक्शन प्रस्तुत करने के लिए तत्पर हैं, जो फैशन उद्योग में नए ट्रैंड्स स्थापित करने के साथ-साथ सभी को प्रेरित करें.

शो की ओपनिंग अभिनेता गुरफतेह पीरजादा ने की, वहीं शोभिता धुलिपाला शोस्टॉपर रहीं  वह तेजपाल रांका द्वारा चुने गए विशेष रूप से निर्मित आभूषणों से सजी थीं, जिनकी शिल्पकला ने शो में और चार चांद लगा दिए. शो की शुरूआत से लेकर आखिर तक, जौहरी बाज़ार कलेक्शन में राजस्थानी संस्कृति के साथ आधुनिक सिल्हूएट का खूबसूरत मिश्रण देखने को मिला.

शो के माध्यम से बलाना ने न केवल एक कलेक्शन प्रदर्शित किया, बल्कि जयपुर के सार को जीवंत कर दिया। यह कलेक्शन विशेष रूप से उन लोगों द्वारा पहने जाने और संजोए जाने के लिए तैयार गया है, जो रोजमर्रा में कुछ असाधारण की तलाश में रहते हैं. रंग-बिरंगी कठपुतलियों, अलंकृत लकड़ी के ब्लॉक और चमचमाती चांदबालियों से भरी बाजार की संकरी गलियां उनके इस नवीनतम उत्कृष्ट कलेक्शन का केंद्र हैं.

पपेट्स की आकृतियों से लिए गए खाका पैटर्न को शाही मुगल मोटिफ्स के साथ मिश्रित किया गया, जबकि रत्न-रंग की पैलेट - जीवंत गुलाबी गुलाल से लेकर समृद्ध बैंगनी तक - ने बाजार की जीवंत आत्मा की तस्वीर चित्रित की. इस कलेक्शन के माध्यम से उन्होंने कपड़े और धागे में जौहरी बाजार का सार समाहित किया है.