कथक की सौंदर्य–परंपरा का भव्य संगम: 22 नवंबर को आयोजित होगा नित्यम का “नृत्योत्सव”

कथक की सौंदर्य–परंपरा का भव्य संगम: 22 नवंबर को आयोजित होगा नित्यम का “नृत्योत्सव”

Ananya soch

अनन्य सोच। नित्यम की ओर से कथक गुरु रश्मि उप्पल के निर्देशन में वार्षिक “नृत्योत्सव” 22 नवंबर को शाम 6:30 बजे जेकेके के रंगयान सभागार में आयोजित किया जाएगा. लखनऊ घराने की अनुभवी कलाकार रश्मि उप्पल के सान्निध्य में यह उत्सव कथक की नृत्य–परंपरा और उसके जीवंत स्वरूपों का अनूठा प्रदर्शन पेश करेगा. 

कार्यक्रम में 50 से अधिक साधनारत कलाकार विभिन्न नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से कथक की कोमलता, तीव्रता, भाव–अभिव्यक्ति और ताल–लय के सौंदर्य को मंच पर साकार करेंगे. रश्मि उप्पल के अनुसार, इस वर्ष की थीम साहित्य और संगीत के उन विविध पहलुओं पर आधारित है, जिनसे कथक को नए आयाम और नई अभिव्यक्तियाँ मिलती हैं. दर्शकों को ठुमरी, बंदिश और तराना जैसे पारंपरिक संगीत रूपों पर आधारित नृत्य तो देखने को मिलेंगे ही, साथ ही कबीर, मीरा और सूरदास की रचनाओं पर भी भावपूर्ण प्रस्तुतियां होंगी. 

नृत्योत्सव कथक की समृद्ध कथावाचन परंपरा का उत्सव है, जिसमें अनेक रस, अनेक भाव और विविध शैलीगत रंग सम्मिलित हैं. आयोजकों के अनुसार यह कार्यक्रम कला-साधना, साहित्य, संगीत और नृत्य—इन सभी का बहुरंगी संगम प्रस्तुत करेगा और दर्शकों को एक अविस्मरणीय सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा.