जेकेके में शुरु हुई नीतू की बनाई 68 पेन्टिंग्स की एग्जीबिशन

जेकेके में शुरु हुई नीतू की बनाई 68 पेन्टिंग्स की एग्जीबिशन
Ananya soch: Exhibition of 68 paintings made by Neetu started in JKK
अनन्य सोच। कलाकार नीतू आहूजा की बनाई 68 पेन्टिंग्स की एक एग्जीबिशन "ओडीसी टू माय आर्ट" शुक्रवार को जवाहर कला केन्द्र की सुकृति आर्ट गैलरी शुरु हुई. 
नीतू आहूजा बताती है की रंगों और आकृतियों से हमेशा एक लगाव रहा. यही लगाव आगे चलकर कलात्मक अभिव्यक्ति की वजह बना. "शिवोहम- द प्योरिटी ऑफ महाकुंभ" का प्रतिनिधित्व करती उनकी पेंटिंग्स में आध्यात्मिकता के साथ आधुनिकता का भी समावेश नज़र आया.

ऐसा है नीतू की पेंटिंग्स का संसार
इस एग्जीबिशन में प्रदर्शित अधिकांश पेंन्टिंग्स भगवान शिव और महाकुंभ की महिमा पर आधारित हैं, जिनमें भगवान शिव के अनेक रूप दिखाई दिये. हर पेंटिंग मानो आंखों के जरिए आपके भीतर तक उतर रही हो। "लाइट ऑफ़ डाउन" नामक पेंटिंग में भगवान शिव की ध्यान मग्न मुद्रा है, सुबह की पीत रोशनी में उनके चेहरे के इर्द गिर्द फैली उनकी जटाएँ देखने वाले को कुछ पल ठहरने को मजबूर कर देती हैं. उनकी पेंटिंग्स को देखकर लग रहा था मानो सालों चित्रकार ने साधना की हो और फिर जाकर विभिन्न शैलियों और चित्रों के  माध्यम से अपनी अनुभूतियों को  कैनवास पर उतरा हो.

इसके अलावा चिलम पीते साधु की एक पेंटिंग महाकुम्भ में एकत्रित हो रहे जटा जूट साधुओं की छवि को उजागर कर रही है, ऐसे ही भगवान गणेश की एक पेंटिंग भी देखने योग्य है जिसमें नृत्य के जरिए आनंद को पा जाना दर्शाया गया है. वहीं एक अन्य पेंटिंग में नृत्य करने से पहले की मुद्रा में एक ठहराव के साथ भीतर तक उतरती एक स्त्री, एक अन्य पेंटिंग में  नीले फूल को थामे बुद्ध की पेंटिंग देखने वाले को अध्यात्म और योग का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं.

इस प्रदर्शनी में शानदार कलाकृतियों, हस्तनिर्मित डिजाइनों और रचनात्मक अभिव्यक्तियों का अद्भुत संग्रह देखने को मिला. चित्रों का माध्यम ऑइल और एक्रेलिक रंग हैं.

उन्होंने बताया कि वो पेन्टिंग्स काफी समय से बना रही हैं लेकिन पेशाई व्यवस्तताओं के चलते वो इन्हें कभी आर्ट गैलरी में प्रदर्शित नहीं कर पाईं, ये उनकी पहली सोलो एग्जीबिशन है जो 9 फ़रवरी तक चलेगी.