ढूँढाड़ी के बिहारी नहीं रहे

ढूँढाड़ी के बिहारी नहीं रहे

जयपुर

 ढूँढाड़ी और राजस्थानी के वरिष्ठ कवि बिहारी शरण पारीक का आज जयपुर में निधन हो गया। 88 वर्षीय श्री पारीक ढूँढाड़ी के एकमात्र कवि थे जिनके साथ ही इस भाषा में काव्य रचना का आकाश अब शून्य हो गया है। ढूँढाड़ी में व्यंग्यात्मक व हास्य लेखन में उनकी बड़ी प्रतिष्ठा थी।  उन्होनें अपने सात दशक लंबे काव्य सफर में सैंकड़ों गीतों और दोहों की रचना की। कई समाचार पत्रों में उनके प्रतिदिन दोहे प्रकाशित होते थे।