रीजनरेटिव टूरिज्म से गोवा का पर्यटन विकास की ओर अग्रसर है
जयपुर में द ग्रेट इंडिया ट्रेवल बाज़ार 2025 के अंतर्गत मीट इन इंडिया कॉनक्लेव में गोवा के पर्यटन निदेशक केदार ए नायक कहा कि गोवा ने देश का पहला रीजनरेटिव पर्यटन लॉन्च किया है.

Ananya soch: Goa's tourism is on the path to growth with regenerative tourism
अनन्य सोच। गोवा सरकार राज्य की छवि को केवल अच्छे समुद्र तटों तक सीमित नहीं रखना चाहती. राज्य की इमेज को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने देश का पहला रीजनरेटिव पर्यटन लॉन्च किया है. राज्य के पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की गई नई पर्यटन नीति “रीजनरेटिव टूरिज्म” के भी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं. इसके माध्यम से सरकार राज्य में पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक संरक्षण और सामुदायिक सशक्तीकरण को मजूबत करना चाहती है. इसके लिए गोवा टूरिज्म विभाग मुख्य रूप से चार चीजों पर फोकस कर रहा है जिनमें आध्यात्मिकता, स्वदेशी, सभ्यता और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को प्रमुखता दी जा रही है. यह कहना था गोवा के पर्यटन निदेशक केदार ए नायक का जो आज जयपुर में द ग्रेट इंडिया ट्रेवल बाज़ार 2025 के अंतर्गत मीट इन इंडिया कॉनक्लेव में मीडिया से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि गोवा सरकार को उम्मीद है कि सरकार की नई पर्यटन नीति से राज्य में नए किस्म के पर्यटन को बढ़ावा देने में बल मिलेगा.
एकादश तीर्थ की शुरुआत के साथ ही गोवा सरकार आध्यात्मिकता, स्वदेशी, सभ्यतागत और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, और सजग पर्यटन पर जोर देते हुए भारतीय पर्यटन को एक नया आयाम देना चाहती है.
उन्होंने कहा, "हम रीजनरेटिव पर्यटन के जरिए पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण, भारतीय सभ्यता, तमाम समुदायों के साथ बेहतर संतुलन स्थापित करना चाहते हैं. पर्यटन के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना हमारा उद्देश्य है. हम पर्यावरण और जनसंख्या को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से ऐसी नीतियों के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, जो पर्यटन और यात्राओं को बढ़ावा दे." उन्होंने कहा, "हमारा मुख्य उद्देश्य पर्यटकों और मेजबान के बीच आपसी सम्मान स्थापित करना है. हम सब इस योजना का हिस्सा हैं और ये बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सब इसमें खुद को शामिल समझें और अपने-अपने स्तर से इसमें हर प्रकार से निवेश के लिए तैयार रहें."
उन्होंने बताया कि पर्यटन अवसंरचना को महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए, गोवा राज्य सरकार ने राज्य के भीतरी इलाकों में तीन सितारा या उच्च श्रेणी के होटल स्थापित करने वाले निवेशकों के लिए 50% माल और सेवा कर (जीएसटी) छूट की घोषणा की है. यह कदम गोवा के कम खोजे गए क्षेत्रों में पर्यटन और चिकित्सा अवसंरचना विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज का हिस्सा है.
राज्य में नए पर्यटन उत्पादों की खोज करने और पर्यटकों/आगंतुकों की बदलती प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए, पर्यटन विभाग, गोवा सरकार ने "कारवां पर्यटन नीति" शुरू की है. कारवां पर्यटन की अवधारणा जिसने विकास के अपने गैर-हस्तक्षेप मोड के साथ दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की, एक पर्यटन स्थल के रूप में गोवा की क्षमता और आकर्षण को बढ़ाएगी.