पर्यटकों को भी रास आने लगी इंदिरा रसोई

पर्यटकों को भी रास आने लगी इंदिरा रसोई
अनन्य सोच, जयपुर। राजस्थान सरकार प्रतिबद्ध है कि प्रदेश के हर आदमी को सस्ता, सुपाच्य और गुणवत्ता से भरपूर पोष्टिक भोजन मिले। मुख्यमंत्री गहलोत की इसी सोच का परिणाम है उनके संकल्प 'कोई भूखा ना सोए' के साथ इंदिरा रसोई योजना प्रदेश भर में लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इंदिरा रसोई के तहत मात्र 8 रुपए में प्रदेशभर में लगभग 7 करोड़़ से ज्यादा थाली परोसी जा चुकी हैं राज्य सरकार द्वारा कुल एक हजार रसोई के साथ 13.81 करोड़़ थाली का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रदेश के सभी नगर निकायों में संचालित इंदिरा रसोईयां जो गरीब एवं जरूरतमंद का पेट भर ही रही है वहीं पर्यटकों को भी रास आने लगा इंदिरा रसोई का खाना।
-इंदिरा रसोई का भोजन बना पार्थ के लिए "पाथेय"
 चेन्नई से जयपुर घूमने आए पर्यटक पार्थ सारथी ने इंदिरा रसोई में मात्र 8 रुपए में भोजन किया और संतुष्ट भी हुए। पार्थ सारथी ने अपना अनुभव सुनाते हुए बताया कि  "वे परिवार के साथ चेन्नई से जयपुर घूमने के लिए आए है। जब वे जल महल देखने के लिए आए तब उन्होंने देखा कि बड़े से बैनर पर लिखा हुआ था '8 रुपए में भरपेट खाना'। यह देख उन्हें विश्वास नहीं हुआ। जब उन्होंने इंदिरा रसोई जाकर खाना खाया तब पाया कि यहां का खाना बिल्कुल घर जैसा है। जिस साफ-सफाई एवं स्वच्छता के साथ यहां खाना परोसा जा रहा है, वह काबिले तारीफ है। किसी दूसरे राज्य में सिर्फ 8 रुपए में खाना मिलना सपने जैसा लगता है, लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू की गई इंदिरा रसोई योजना के कारण यह सपना सच हो रहा है।