National Photography Exhibition: कलानेरी आर्ट गैलरी में राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी का शुभारंभ 

अविनाश पाराशर। चटकीले व श्वेत श्याम फोटोग्राफ के माध्यम से भारत के कोने-कोने से भारतीय सांस्कृतिक ताने-बाने को समेटे चित्र प्रदर्शनी में भारत की एकात्मकता के दर्शन

National Photography Exhibition: कलानेरी आर्ट गैलरी में राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी का शुभारंभ 

Ananya soch: National Photography Exhibition

अनन्य सोच। National Photography Exhibition: विश्व फोटोग्राफी दिवस के मौके पर भारतीय सांस्कृतिक ताने-बाने को प्रदर्शित करती राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी पिंक फेस्ट आर्टवोग दृष्टि नेशनल फोटोग्राफी कंपटीशन और एग्जिबिशन का जयपुर कि कलानेरी आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी लगाई गई. प्रदर्शनी का उद्घाटन शहर विधायक गोपाल शर्मा द्वारा किया गया। उक्त अवसर पर पद्मश्री शाकिर अली, पूरन सिंह शाहपुरा, रोहित चतुर्वेदी,  प्रोफेसर भवानी शंकर शर्मा, प्रोफेसर चिन्मय मेहता, विजय शर्मा, सौम्या शर्मा, महेश स्वामी, शबाना डागर, अमित कल्ला सहित कई बुद्धिजीवी उपस्थित थे. 

पिंक फेस्ट आर्ट वॉग के फाउंडर डायरेक्टर सत्यजीत तालुकदार के अनुसार राष्ट्रीय प्रदर्शनी में देशभर से प्राप्त 200 से भी अधिक प्रविष्टियों में से 64 सिलेक्टेड चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई. मुख्य रूप से विश्व भारती शांतिनिकेतन, बड़ौदा स्कूल आफ आर्ट, दिल्ली स्कूल आफ आर्ट, जेजे स्कूल आफ आर्ट्स, आईआईटी कानपुर, चेन्नई, चंडीगढ़ व गुवाहाटी के प्रोफेशनल फटॉग्रफर्स ने इसमें भाग लिया. उक्त प्रदर्शनी 20 अगस्त से 25 अगस्त तक आमजन के लिए खुली रहेगी आगामी 22 से 25 तक फोटोग्राफी के विभिन्न आयाम संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस श्रृंखला में फोटोग्राफी प्रतियोगित का भी आयोजन किया गया है, जिसमें टेक्सन उपक्रम द्वारा साठ हजार से अधिक राशि के कमलेश मेमोरियल अवार्ड दिए जाएंगे. 

विशेष आकर्षण 
प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों को हेरिटेज इमोशंस और क्रिएटिविटी तीन कैटिगरी में बांटा गया. जिसमें ब्रोकन उमा स्त्री मन स्थिति व दृढ़ता को दर्शाती क्रिएटिव श्रेणी की है फोटोग्राफ बरबस ही आपका ध्यान आकर्षित करती है. वही राजस्थान की मोनालिसा, कोलकाता से मुखो मुकुश, महाराष्ट्र की पापी पेट के लिए, लोटस टेंपल ए रिफ्लेक्शन, अनब्रेकेबल बॉन्ड मदर एंड डॉटर, ब्यूटी इन नेचर, प्रेयर ऑफ़ हैप्पीनेस, केयरिंग मदर जैसी कृतियों मानो आपसी संवाद करती प्रतीत होती हैं.