Three day art exhibition organized: जेकेके के अलंकार आर्ट गैलरी में तीन दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन का आयोजन

अविनाश पाराशर। विजेंद्र बंसल द्वारा पिछवाई, तंजोर व मिनिएचर आर्टवर्क्स हुए डिस्प्ले कृष्ण जन्म और लीलाओं के सभी उत्सव स्वरूपों को कलाकृतियों में संजोया

Three day art exhibition organized: जेकेके के अलंकार आर्ट गैलरी में तीन दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन का आयोजन
Ananya soch: Three day art exhibition organized
अनन्य सोच। Three day art exhibition organized:  सोने-चांदी से सजे व नेचुरल स्टोन कलर से रंगे भगवान कृष्ण के विभिन्न स्वरूपों को पिछवाई, तंजोर व मिनिएचर आर्टफॉर्म्स द्वारा कपड़ें पर प्रस्तुत किया गया, कुछ ऐसा ही मनभावन नजारा रहा शुक्रवार से शुरू हुए 'दर्शनम' कला प्रदर्शनी का।

विजेंद्र बंसल की ओर से जन्माष्टमी और राधाष्टमी के पावन पर्व पर जवाहर कला केंद्र के अलंकार गैलरी में तीन दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन का भव्य आरम्भ किया गया।

इस दौरान प्रदर्शनी का फैशन डिज़ाइनर व समाज सेविका डॉ पूजा राणावत, ब्लॉगर मार्सेला बौर, सीनियर आर्टिस्ट विद्यासागर उपाध्याय, सोशल एक्टिविस्ट सुधीर माथुर और दर्शनम से विजेंद्र बंसल व अभिनव बंसल द्वारा उद्धघाटन किया गया। 1 सितम्बर तक चलने वाली इस एग्जीबिशन में पिछवाई ट्रेडिशनल आर्ट से जुड़ी जानकारी को लाइव वर्कशॉप के जरिए सभी अतिथियों और शहर के आर्ट लवर्स से साझा किया जाएगा।
दर्शनम आर्ट गैलरी से विजेंद्र बंसल ने अपने लगभग 70 से 80 साल पुराने कला संग्रह के बारे में बताया कि इस आर्ट एग्जीबिशन के जरिए हम राजस्थान के ट्रेडिशनल आर्टफॉर्म पिछवाई को एक उत्सव के तौर पर मानना चाहते है। ऐसे में कृष्ण जन्मोत्सव पर हमने श्रीनाथ जी कमलतलाई, कामधेनु गाय, राधा गोविन्द, गोविन्द देव जी, कृष्ण जन्म, रासलीला, नटखट गोपाल जैसी पेंटिंग्स डिस्प्ले की है। साथ ही भगवान के राजभोग स्वरुप, बालरूप स्वरुप,  गिरिराजजी, दान लीला जैसे सभी उत्सव स्वरूपों को कलाकृतियों में संजोया है। इस संग्रह के द्वारा हमारी कोशिश है कि आने वाली पीढ़ी भी विभिन्न पिछवाई आर्ट फॉर्म्स को जाने और उनकी बारीकियों को सीखे। इस दौरान लाइव पेंटिंग वर्कशॉप में दर्शकों ने नेचुरल स्टोन कलर्स और शनील के कपड़े पर ट्रेडिशनल तरीके से पिछवाई आर्ट करना सीखा।