Rajasthan Studio wins Gold Prize in Championing Cultural Diversity category: 'आईसीआरटी इंडिया और सबकॉन्टिनेंट अवार्ड्स—2024' में राजस्थान स्टूडियो ने चैंपियनिंग कल्चरल डायवर्सिटी श्रेणी में जीता गोल्ड प्राइज
अविनाश पाराशर।
Ananya soch: ICRT India and Subcontinent Awards—2024'
अनन्य सोच। ICRT India and Subcontinent Awards—2024': देश के पारंपरिक शिल्प व उनसे जुड़े मास्टर आर्टीजन्स को बढ़ावा देने की दिशा में कार्यरत संगठन राजस्थान स्टूडियो ने चैंपियनिंग कल्चरल डायवर्सिटी श्रेणी में गोल्ड प्राइज अपने नाम किया है. आईसीआरटी इंडिया फाउंडेशन की ओर से नई दिल्ली में आयोजित 'आईसीआरटी इंडिया और सबकॉन्टिनेंट अवार्ड्स—2024' में यह पुरस्कार जीतने के बाद राजस्थान स्टूडियो अब लंदन में होने वाले ग्लोबल अवार्ड्स में सीधे प्रवेश करने वाला संगठन बन चुका है. ये वार्षिक पुरस्कार रिस्पांसिबल टूरिज्म अवार्ड्स का ही एक भाग है.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान स्टूडियो द्वारा गत दिनों अलग—अलग शहरों में 30 नए आर्ट एक्सपीरियंस जोड़े गए हैं. आगामी दिनों में बीकानेर में आर्ट एक्सपीरियंसेज को लॉन्च कर इनकी शुरुआत की जाएगी. इस पुरस्कार से उत्साहित राजस्थान स्टूडियो के संस्थापक व सीईओ कार्तिक गग्गर कहते हैं "आर्ट एक्सपीरियंसेज के माध्यम से सांस्कृतिक व अद्वितीय कला अनुभवों की तलाश करने वाले ट्रेवलर्स को हमारी समृद्ध संस्कृति से जोड़ना राजस्थान स्टूडियो की शुरूआत का मूल विचार था. हमें खुशी है कि हम रिस्पांसिबल टूरिज्म को बढ़ावा देने, कल्चरल एक्सचेंज में मदद करने, कला व शिल्प को संरक्षित करने के प्रयासों के साथ—साथ अपने कार्यों से हम आर्टीजन्स व स्थानीय समुदायों का समर्थन कर पा रहे हैं." समारोह के दौरान भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने जानकारी दी कि पर्यटन मंत्रालय देशभर में पर्यटन को बढ़ावा देने और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की विशेष योजना बना रहा है. उन्होंने बताया कि रिस्पांसिबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में मंत्रालय द्वारा कई पहलें की गई हैं.
Left to Right
Aastha Katariya, Harold Goodwin (Founder, Director of ICRT), Sh. Satpal Ji Maharaj (Uttarakhand Tourism Minister), Mugdha Sinha (Director General of Tourism Ministry of Tourism), Nupur Kedia, Sakshi Awasthi
राजस्थान स्टूडियो के बारे में
राजस्थान स्टूडियो राज्य के विभिन्न शहरों के मास्टर आर्टीजन्स के जरिए आर्ट एक्सपीरियंस बनाता है, जिनके माध्यम से स्थानीय व पारंपरिक शिल्प तथा संस्कृति के संरक्षण में योगदान दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य लोगों को किसी विशिष्ट स्थान की स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने व समझने का अवसर प्रदान किया जाता है, जहां वे स्थानीय लोगों के साथ मिलकर परंपराओं, कहानियों व वहां की प्रथाओं को करीब से जान सकते हैं। यात्री घर पर भी मास्टर आर्टीजन्स से जुड़ सकते हैं, उनके परिवारों से मिल सकते हैं, स्थानीय हस्तशिल्प बनाने के पीछे के गहन प्रयास व प्रक्रिया को समझ सकते हैं. यही नहीं, इसके जरिए वे आर्टिजन्स के साथ मिलकर स्वयं का व्यक्तिगत अनुभव भी बना सकते हैं. राजस्थान स्टूडियो के जरिए कलाप्रेमी किसी विशिष्ट कला रूप के इतिहास व पारंपरिक प्रथाओं को समझ पा रहे हैं, जो कला की विरासत को बढ़ावा देने व संरक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है. राजस्थान स्टूडियो की ओर से बेहतरीन सामंजस्यपूर्ण इकोसिस्टम बनाया गया है, जो ट्रेवलर्स और स्थानीय कलाकारों, दोनों के लिए लाभप्रद साबित होता है. इससे जहां ट्रेवलर्स को उत्कृष्ट सांस्कृतिक अनुभव मिलता है, वहीं कलाकारों को व्यवसाय के अवसर प्राप्त हो रहे हैं.