नाटक "पीले स्कूटर वाला आदमी" का मंचन
अनन्य सोच, जयपुर। रंग मस्ताने संस्था द्वारा दस दिवसीय रंग राजस्थान के 6 वें दिन की शुरुआत सुबह 10 बजे वाल्टर पीटर की मास्टर क्लास से हुई। 35 लोगों की इस क्लास में खूब सारी एक्टिवीज और थिएटर इन एजुकेशन के बारे में बातें हुई। जिसमें सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
इसके बाद 11 बजे थिएटर डायरेक्ट विजय कुमार नायक के साथ जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य स्कूल आउट रीच प्रोग्राम "रंग बचपन" के तहत थिएटर वर्कशॉप का आयोजन हुआ। जिसमें नन्हें क़दम नामक एनजीओ के 40 बच्चों ने भाग लिया। उन्होंने बच्चों के साथ आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए काम किया। जेकेके के कृष्णायन सभागार में 4 बजे सुनीता तिवारी नागपाल के निर्देशन में नाटक "पीले स्कूटर वाला आदमी" का मंचन हुआ। यह नाटक समय के ताने-बाने में फंसे पीले स्कूटर वाला आदमी एक ऐसे शख्स की कहानी पर आधारित है, जो अपने अतीत और वर्तमान के मोनोक्रोम के बीच ग्रे रंग में फंसा हुआ है। नाटक एक लेखक और एक व्यक्ति के रूप में उनके अंतरद्वन्द की पड़ताल करता है। इस नाटक को दर्शकों से खूब सरहना मिली।
इसके बाद 7 बजे जेकेके के रंगायन सभागार में "जिन लाहौर ने वेख्या ओ जमयायी नहीं" नाटक खेला गया जिसका निर्देशन अभिषेक गोस्वामी ने किया है। यह नाटक भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद के समय पर आधारित हैं जिसमें यह सिखाया गया है की इंसानियत का स्तर अगर धर्म से परे हों तो एक बेहतर समझ की पूर्ति हो सकती हैं।