pushpa 2 the rule movie review: कमाई तो खूब करेगी पर पार्ट वन की ऊँचाई नहीं छू सकी पुष्पा दी रूल!
नवल शर्मा।
Ananya soch: pushpa 2 the rule movie review
अनन्य सोच। pushpa 2 the rule movie review: अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की जोड़ी एक बार फिर pushpa के सीक्वल में हाजिर हो गई है. 2021 में प्रदर्शित इस जोड़ी की फ़िल्म “pushpa the rise ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. उनकी इस सिक्वल का दर्शकों को कितना इंतज़ार था ,इसका अंदाज़ा आप फ़िल्म की एक सौ करोड़ की एडवांस बुकिंग के रिकॉर्ड कलेक्शन से लगा सकते हैं. हैदराबाद के सिनेमाघर में तो इसके प्रीमियर पर मची भगदड़ में एक महिला की जान तक चली गई. हिंदी पट्टी में भी फ़िल्म को जबरदस्त ओपनिंग मिली है। सुपरस्टार अल्लू अर्जुन (allu arjun) ऑफिशियली तौर पर अब भारतीय सिनेमा के किंग बन गए हैं. दरअसल उनकी इस एक्शन ड्रामा ‘pushpa 2 the rule ने बॉक्स ऑफिस पर सबसे बड़ी ओपनिंग लेकर इतिहास रच दिया है. सुकुमार द्वारा निर्देशित pushpa 2 the rule ने 5 दिसंबर को बड़े पर्दे पर धूम मचा दी. सूत्रों के अनुसार ये फिल्म रिलीज के पहले दिन घरेलू बाजार में सभी भाषाओं में 175.1 करोड़ का कलेक्शन कर देश की सबसे बड़ी ओपनर बन चुकी है. इस फ़िल्म को भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग फिल्म बनी है. इस फिल्म ने RRR (कुल 156 करोड़) को पछाड़ दिया है. Indian box office पर (प्रीमियर सहित) 200 करोड़ की ग्रॉस ओपनिंग लेने वाली पहली फिल्म बनी है. एक ही दिन में दो भाषाओं (तेलुगु और हिंदी) में 50 करोड़ से ज्यादा की कमाई करने वाली भी यह पहली फिल्म बनी है. पुष्पा 2 ने तेलुगु में ओपनिंग डे पर 85 करोड़ और हिंदी में 67 करोड़ की कमाई की है. 2024 में यह किसी भारतीय फिल्म की सबसे बड़ी ओवरसीज ओपनिंग है. इसने प्रभास की “कल्कि 2898 एडी” को मात दी है. अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना और निर्देशक सुकुमार के लिए सबसे बड़ी घरेलू, ओवरसीज बनी पुष्पा 2 ने 67 करोड़ की कमाई के साथ जवान के 65.5 करोड़ के पहले दिन के कलेक्शन को मात देकर हिंदी भाषा में सबसे बड़ी ओपनिंग का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है. पुष्पा 2 नॉन हॉलिडे में सबसे बड़ी ओपनर बनी है. पुष्पा 2 पहली साउथ इंडियन फिल्म है जो हिंदी बॉक्स ऑफिस पर सबसे बड़ी ओपनर साबित हुई है.
ये कोई महान फिल्म नहीं है. ये एक आम मुंबइया मसाला फिल्म जैसी एक्शन फिल्म है. और, चूंकि एक हिट फिल्म की सीक्वल है लिहाजा इसकी अपनी ब्रांड वैल्यू दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने में सफल है. किसी सुपरहिट फिल्म का सीक्वल बनाना आसान नहीं होता. खासतौर से तब जब कहने को कोई खास कहानी न बची हो. तेलुगु सिनेमा के दिग्गज निर्देशक सुकुमार और निर्माता अल्लू अरविंद के बेटे अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ की मेकिंग आसान नहीं रही है. इस फिल्म का मामला मलयालम फिल्म अभिनेता फहद फासिल की तारीखों के चलते बार-बार लटका। फिल्म ‘पुष्पा 3 द रैम्पेज’ के एलान के साथ खत्म होती है .
क्या है सिक्वल की कहानी
कहानी की बात की जाए, तो पहले भाग में एक आम दिहाड़ी मजदूर रहा पुष्पा राज (अल्लू अर्जुन) चंदन का तस्कर बन चुका है. एक स्मगलर के रूप में अपनी बढ़ती ख्याति के साथ-साथ वह अपने इलाके के लोगों की भलाई के लिए सबकुछ करता है और उनके दिलों का राजा बन जाता है, मगर दूसरी तरफ उसके दुश्मनों में कोई कमी नहीं आई है. एसपी भंवर सिंह शेखावत (फहाद फासिल) से उसकी रार बढ़ चुकी है. शेखावत अतीत की बेइज्जती का बदला लेकर उसकी इंटरनैशनल तस्करी पर लगाम लगाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है, यहां पावर हाथ में आने पर पुष्पा की जिद और अक्खड़पन और बढ़ गया है. पत्नी श्रीवल्ली (रश्मिका मंदाना) उसके सामने सीएम के साथ फोटो खिंचवा लाने की फरमाइश करती है और जब प्रदेश का सीएम फोटो देने से मना कर देता है, तो पुष्पा अपने बाहुबल और पैसों के जोर पर सीएम ही बदलवा देता है.
तस्करी के मामले में सिंडिकेट में खुद को चंदन की तस्करी का बेताज बादशाह साबित करने के लिए वह 500 करोड़ की सौदा करता है और उसे पकड़ने के लिए शेखावत एक खतरनाक जाल बिछाता है. श्रीवल्ली की मां बनने की खबर से पुष्पा के जीवन में खुशियां आती हैं, मगर अपने पिता की नाजायज औलाद का दंश उसे कचोटता रहता है, क्योंकि उसका सौतेला भाई, परिवार और उसके समाज के लोग उसे पिता का नाम नहीं देना चाहते. तभी सौतेले भाई की बेटी को दूसरे इलाके के बाहुबली उठा ले जाते हैं. अब घर की बेटी को सम्मान के साथ वापस लाने की जिम्मेदारी पुष्पा की है। क्या पुष्पा अपने घर की बेटी की इज्जत बचा पाएगा? उसे नाजायज समझने वाला उसका परिवार उसे अपनाएगा? क्या पुष्पा शेखावत को मात देकर सिंडिकेट में अपनी धाक जमा पाएगा? इन सारे सवालों के जवाब आपको फिल्म देखने के बाद मिलेंगे.