रक्षा बंधन को जैन समाज मनाएगा वात्सल्य पर्व के रूप में
Ananya soch: Raksha Bandhan festival
अनन्य सोच। Raksha Bandhan festival: रक्षा बंधन को जैन समाज एक-दूसरे की रक्षा के पर्व या वात्सल्य पर्व के रूप में मनाएंगे. क्योंकि रक्षाबंधन के दिन मुनिराज विष्णु कुमार ने वामन का वेष धारण कर राजा बलि से भिक्षा में तीन पैर धरती मांगी और तीन पग में सारा संसार नाप कर 700 मुनियों की रक्षा की और राजा बलि को देश से निकाल दिया. ये दिन जैन धर्म के 11वें तीर्थंकर श्रेयांस नाथ का निर्वाण दिवस भी है.