Mithun Manhas BCCI New President: मिथुन मन्हास बने बीसीसीआई के नए अध्यक्ष, रोजर बिन्नी को किया रिप्लेस

Mithun Manhas BCCI New President: मिथुन मन्हास बने बीसीसीआई के नए अध्यक्ष, रोजर बिन्नी को किया रिप्लेस

Ananya soch: Mithun Manhas becomes the new BCCI President, replacing Roger Binny

अनन्य सोच। Mithun Manhas BCCI New PresidentBoard of Control for Cricket in India (BCCI) को नया अध्यक्ष मिल गया है. जम्मू-कश्मीर में जन्मे और दिल्ली की ओर से लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर Mithun Manhas को आज वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी की जगह ली है. 

नए पदाधिकारियों की टीम

एजीएम में अन्य पदाधिकारियों की भी घोषणा की गई। राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष और भारत के पूर्व स्पिनर रघुराम भट्ट कोषाध्यक्ष बनाए गए. उनका केएससीए अध्यक्ष पद का कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है। देवजीत सैकिया सचिव पद पर बने रहे, जबकि प्रभतेज भाटिया को संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई. 

मिथुन मन्हास का क्रिकेट करियर

मिथुन मन्हास दिल्ली की घरेलू क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं. उन्होंने 1997-98 सीजन में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया और 157 फर्स्ट क्लास मैचों में 9714 रन बनाए, जिसमें 27 शतक और 49 अर्धशतक शामिल हैं। लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 130 मैच खेले और 91 टी20 मुकाबलों में भी हिस्सा लिया. 

रणजी ट्रॉफी 2007-08 सीजन में दिल्ली को चैंपियन बनाने में मन्हास का अहम योगदान रहा. उस सीजन उन्होंने 921 रन बनाए थे. हालांकि, सीनियर भारतीय टीम में उन्हें मौका नहीं मिला, क्योंकि उस दौर में मिडिल ऑर्डर में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज मौजूद थे. 

आईपीएल करियर

मन्हास ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), पुणे वॉरियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीमों के लिए खेला. वह दाएं हाथ के भरोसेमंद मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रहे, जो जरूरत पड़ने पर ऑफ-स्पिन गेंदबाजी भी करते थे. 

ऐतिहासिक उपलब्धि

मिथुन मन्हास बीसीसीआई अध्यक्ष बनने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले शख्स बन गए हैं. उनकी यह नियुक्ति न सिर्फ राज्य के लिए बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट ढांचे के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है. क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों का मानना है कि उनके अनुभव से भारतीय क्रिकेट को नई दिशा मिलेगी. बीसीसीआई का यह नया नेतृत्व भारतीय क्रिकेट प्रशासन में नई ऊर्जा और सोच लेकर आने की उम्मीद जता रहा है.