Princess Diya Kumari Foundations: महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन का नया प्रोजेक्ट 'रक्षा' लॉन्च
Princess Diya Kumari Foundations: प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन (पीडीकेएफ) के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सिटी पैलेस में 2500 छात्राओं ने निर्भया स्क्वॉड से सीखे आत्मरक्षा के गुर
Ananya soch: Princess Diya Kumari Foundations
अनन्य सोच, जयपुर। Princess Diya Kumari Foundations: प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन (पीडीकेएफ) के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सिटी पैलेस में निर्भया स्क्वॉड के सदस्यों द्वारा 2 हजार पांच सौ छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए. इस अवसर पर पीडीकेएफ का नया प्रोजेक्ट रक्षा भी लॉन्च किया गया. 'प्रोजेक्ट रक्षा' महिलाओं को सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप्स और कानूनी सहायता के माध्यम से शारीरिक और कानूनी रूप से अपनी रक्षा करने में सशक्त बनाने में मदद करेगा. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) राजस्थान के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम मुख्य अतिथि थे. इसके साथ ही मंच पर पीडीकेएफ की प्रेसिडेंट, सांसद दीया कुमारी; महात्मा गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी के एमेरिटस चेयरपर्सन डॉ. एम एल स्वर्णकार और पीडीकेएफ की जरनल सेक्रेटरी प्रिंसेस गौरवी कुमारी मौजूद रहीं.
कार्यक्रम में निम्बाराम ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि आत्मरक्षा सीखने के लिए उचित माइंड सेट, शरीर और चेहरे के हाव-भाव और अभ्यास करते रहना बहुत महत्वपूर्ण है. भारतीय परंपरा में महिलाओं को शक्ति का प्रतीक माना गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे जितने भी देवी-देवता हैं, सभी अपने हाथों में शस्त्र धारण किए हुए हैं. शस्त्र आत्मरक्षा, आत्मसुरक्षा और निर्भयता को दर्शाते हैं. शस्त्र किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं होते बल्कि स्वयं में आत्मविश्वास जगाते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जैसे हालात है, महिलाओं व लड़कियों को अपनी रक्षा के लिए किसी अन्य पर निर्भर होने के बजाय अपनी रक्षा स्वयं करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
इस अवसर पर सांसद दीया कुमारी ने छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि मुझे यह देखकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि हमारे जयपुर की बेटिया आज आत्मरक्षा में इतनी आगे बढ़ रही हैं. राजस्थान की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, जहां महिला अपराधों में इतनी वृद्धि हुई है, आज समय की यह महत्वपूर्ण आवश्यकता है कि हम सभी आत्मनिर्भर बनें और अपनी रक्षा स्वयं करें. दीया कुमारी ने आगे कहा कि आत्मरक्षा के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि अगर हम एक भी महिला को आत्मनिर्भर बना सकें, तो समाज में भी बदलाव ला सकते हैं. उन्होंने बताया कि पीडीकेएफ द्वारा गत दिनों में आयोजित आत्मरक्षा कार्यशाला से 4 हजार बालिकाएं लाभान्वित हुई हैं. इसके साथ ही सांसद दीया ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस अधिनियम के माध्यम से जो महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया, यह महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम है. सांसद दीया कुमारी ने इस अवसर पर पीडीकेएफ सदस्यों को सफलतापूर्वक 10 वर्ष पूरे होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी. सब इन्सपेक्टर, निर्भया स्क्वॉड इंदिरा अहलावत के नेतृत्व में निर्भया स्क्वॉड की मास्टर्स ने छात्राओं को प्रशिक्षण दिया.
आत्मरक्षा के टिप्स और टेक्नीक्स को प्रदर्शन के माध्यम से सिखाया. इस दौरान इंदिरा अहलावत ने छात्राओं को महिला सुरक्षा के लिए विभिन्न हैल्पलाइन नम्बर्स, साइबर सेल, महिलाओं से संबंधित कानून एवं नियमों से भी अवगत कराया. इस आयोजन में विभिन्न स्कूलों, विश्वविद्यालयों और संगठनों से छात्राओं ने हिस्सा लिया. इनमें महाराजा गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल, रावत स्कूल, एमजीडी स्कूल, विवेकानन्द ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सुबोध पब्लिक स्कूल, द पैलेस स्कूल, एमएसबीएस, महावीर पब्लिक स्कूल, जय दुर्गा स्कूल, जयपुर हैप्पी स्कूल और ध्रुव बाल निकेतन शामिल थे. इसके अतिरिक्त, पीडीकेएफ (बादल महल) और पीडीकेएफ (मुरलीपुरा) की महिलाओं ने भी इस अवसर पर प्रशिक्षण हासिल किया.