जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 दस साल बाद फिर से होगा शुरू

हेरिटेज लुक में किया गया रिनोवेशन 11500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया टर्मिनल-1, 67 करोड़ रुपए हुए खर्च

जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 दस साल बाद फिर से होगा शुरू

@ॠषिराज जोशी

अनन्य सोच, जयपुर। जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 दस साल बाद फिर से शुरू होगा। यहां 21 मई से हज की फ्लाइट्स का संचालन शुरू होगा। इसके बाद विंटर शेड्यूल में इसे नियमित इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए भी खोला जा सकता है।

जानकारी के अनुसार 16 जुलाई, 2013 को टर्मिनल-1 को बंद किया गया था। यहां 21 मई से अस्थाई रूप से हज फ्लाइट्स का संचालन किया जाएगा। विंटर शेड्यूल में इसे नियमित इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए भी खोला जा सकता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से 11500 वर्ग मीटर क्षेत्र में हेरिटेज लुक में बनाया गया टर्मिनल-1 के रिनोवेशन में 67 करोड़ रुपए हुए खर्च हुए है। डेढ़ साल पूर्व इसका कार्य पूरा हो चुका है। पिछले कुछ महिनों में अडानी समूह व एयरपोर्ट प्रशासन ने इसे फिर से शुरू करने के प्रयास तो किए थे, लेकिन संचालन में कई बाधाओं के चलते यह सुचारू नहीं हो सका था। अब अडानी समूह ने एयरपोर्ट चिल्डिंग में कुछ सुधार करवाए हैं। 
 सुरक्षा जवानों में की बढ़ोतरी:
जयपुर एयरपोर्ट पर वर्तमान में करीब 550 सुरक्षा जवान और अधिकारी कार्यरत हैं। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक साल पहले 247 नए सुरक्षा जवान और अधिकारी बढ़ाकर इनको संख्या चढ़ाकर 794 कर दी है। फिलहाल टर्मिनल-1 पर एयरोब्रिज नहीं है।

 यह हुए कार्यः
टर्मिनल-1 का भवन दो मंजिला बनाया गया है। ग्राउंड फ्लोर से यात्रियों का आवागमन रहेगा व फर्स्ट फ्लोर पर कार्यालय बनाए हैं। इमिग्रेशन के काउंटर अराइवल में और 9 काउंटर डिपार्चर एरिया में बनाए है। वहीं कस्टम के अराइवल एरिया में 4 और डिपार्चर एरिया में 2 काउंटर बनाए गए हैं। एयरलाइंस के लिए डिपार्चर एरिया में 10 पैक इन काउंटर बनाए गए है। पात्रियों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर 2 बोडिंग गेट बनाए गए। यहाँ से एक समय पर 2 फ्लाइट्स का संचालन संभव हो सकेगा शुरुआत में हज फ्लाइट्स के लिए इनमें से करीब आधे काउंटर ही शुरू होंगे।