शहर की प्रबुद्ध महिलाओं ने सुनाए मोहम्मद रफी और मुकेश के नगमे

शहर की प्रबुद्ध महिलाओं ने सुनाए मोहम्मद रफी और मुकेश के नगमे

Ananya soch

अनन्य सोच। सिंगर मुक्ता चड्ढा के निर्देशन में शनिवार को जवाहर कला केन्द्र के रंगायन में मोहम्मद रफी और मुकेश के गाए गीतों का कार्यक्रम ‘काफिला सुरों का’ आयोजित किया गया. इस मौके पर शहर की 18 प्रबुद्ध महिलाओं ने बॉलीवुड के गोल्डन एरा के गीतों को अपनी आवाज़ में प्रस्तुत किया. इस दौरान रंगायन ऑडिटोरियम में हरे रंग की आभा से सराबोर रहा। कार्यक्रम की थीम सावन के महीने को ध्यान में रखकर ग्रीन रखी गई थी इसलिए सभी महिलाओं ने उसी के अनुरूप परिधान पहन रखे थे.

कार्यक्रम की शुरूआत सरगम ग्रुप की महिलाओं द्वारा गाए समूह गीत ‘सुख के सब साथी दुख में ना कोय’ से हुई. इस मौके पर कार्यक्रम निदेशक मुक्ता चड्ढा ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया. उन्होंने फिल्म काला बाजार मेें देवानंद पर फिल्माया गीत ‘खोया खोया चांद खुला आसमां’ गीत को दिलकश अंदाज में प्रस्तुत कर श्रोताओं की दाद बटोरी. 

इसके बाद एकल और समूह गीतों की फेहरिस्त में अनुराधा माथुर, ममता झा, डॉ. राशि अग्रवाल, प्रिया बोथरा, कामिनी मुगलानी, संध्या असवाल, प्रियंका शर्मा, भावना कश्यप, निशा शर्मा, रितु श्रीवास्तव, पूनम जैन, गायत्री स्वामी, संतोष भाटी, इला कुलश्रेष्ठ, मीरा सक्सेना, मालती सिंह और रेणु माथुर अपनी मधुर आवाज़ से संगीत की इस महफिल को परवान चढ़ाया. 

महिलाओं ने प्रस्तुत किए ये गीत

जाउं कहां बता ऐ दिल, परदेसियों से ना आंखियां मिलाना, तेरे मेरे सपने अब एक रंग हैं, जनम जनम का साथ है निभाने को, अकेले हैं चले आओ, ओ मेरी शाहे खुबां, आजा तुझको पुकारे मेरे गीत और क्या हुआ तेरा वादा सहित बॉलीवुड गोल्डन एरा के दौर में मोहम्मद रफी और मुकेश के गाए गीतों का वहां मौजूद संगीत प्रेमियों ने जमकर लुत्फ उठाया. 

नेस्टा होम्स के प्रवर्तक सांवर मल जांगिड़ और राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा समारोह के सम्मानीय अतिथि रहे। मंच संचालन निशा शर्मा ने किया.