Tirthankar Neminath and Narayan Shri Krishna: तीर्थंकर नेमिनाथ व नारायण श्री कृष्ण का मंचन
Tirthankar Neminath and Narayan Shri Krishna: 36 महिला कलाकारों ने पुरुष और स्त्री पात्रों को जीवंत किया
Ananya soch: Tirthankar Neminath and Narayan Shri Krishna
अनन्य सोच, जयपुर। Tirthankar Neminath and Narayan Shri Krishna: रवींद्र मंच के मिनी सभागार में शुक्रवार को धार्मिक और सामाजिक नाटक तीर्थंकर नेमिनाथ व नारायण श्री कृष्ण का सशक्त मंचन किया गया. शशि जैन द्वारा लिखित एवं राजेंद्र शर्मा राजू द्वारा निर्देशित नाटक मैं बताया गया कि नेमिनाथ और श्रीकृष्ण दोनों चचेरे भाई थे. नेमिनाथ का जन्मोत्सव इंद्र सोधर्म ने पांडू शीला पर मनाया. वह नेमिनाथ के जन्म से पहले ही कुबेर के द्वारा रतन की भी वर्षा होने लगी. श्री कृष्णा अपने भाई से बहुत प्रेम करते थे उन्हीं के द्वारा राजा उग्रसेन की लड़की राजमती से रिश्ता पक्का करवाया गया तब बारात निकली तो हजारों राजा महाराजा उनकी बारात में आए. वहीं एक तरफ बाड़े में पशुओं को बांधा गया जिनकी करूण पुकार से नेमिनाथ जो जन्म से ही बैरागी भावना के थे उनकी भावना जागी और दूल्हा बने नेमी नाथ ने अपने मुकुट जेवर उतारे और जैनेश्वरी दीक्षा लेने की सोची वहीं पर दुल्हन राजमती के कानों में यह समाचार सुनाई पड़े तो उसने अपने 16 सिंगार उतारे और वैराग्य धारण किया. नाटक के सभी पात्रों ने अपने अभिनय से पात्रों को जीवंत किया और अपने अभिनय से दर्शकों की वाहवाही ली. नाटक में बेला जैन, राजकुमारी, सोनिया जैन, ज्योति जैन, गरिमा, निर्मला, ज्योति, शारदा सोनी शशि जैन, निर्मला बैंद, , सरिता गंगवाल, दीपिका बाकलीवाल, दीपिका गोधा, किशा जैन, दिशा जैन, मोहासी, मंजू, अंजू, वंदना, ज्योति , मानसी, दर्शिका ने अपने अभिनय से दर्शकों की वाहवाही लूटी. नाटक में गायन पर सरोज छाबड़ा, कुसुम ठोलिया साधना काला ने अपने स्वरों से संगीत को सजाया कार्यक्रम का संचालन शशि जैन ने किया.