play Romeo and Juliet': जब 9वीं कक्षा के बच्चों ने शेक्सपीयर द्वारा लिखित प्रसिद्ध नाटक 'रोमियो एंड जूलियट का किया मंचन
Ananya soch: play Romeo and Juliet'
अनन्य सोच। play Romeo and Juliet:जयपुर में, जहां शेक्सपियर की प्रस्तुतियां एक दुर्लभ अनुभव है. वहीं हाल ही में शहर के ही एक स्कूल के 9वीं कक्षा के बच्चों ने "रोमियो एंड जूलियट" नाटक की खूबसूरत प्रस्तुति से दर्शकों का मनमोह लिया. नाटक का निर्देशन स्कूल की वरिष्ठ वाईस प्रिंसिपल, सजना मोरिस द्वारा किया गया था.
2.5 घंटे की अवधि तक चले इस नाटक में पांच एक्ट शामिल थे. यह आयोजन जयश्री पेरीवाल हाई स्कूल (जेपीएचएस) के थिएटर ग्रुप द्वारा किया गया था. नाटक में स्कूल के कुल 25 विद्यार्थियों ने प्रस्तुति दी, जिनमें से अधिकतर नौवीं कक्षा के थे. इसके अतिरिक्त, प्रस्तुति में स्कूल के दसवीं कक्षा के 3 और ग्यारहवीं कक्षा के 4 विद्यार्थी भी शामिल थे. यह सुंदर मंचन बाल कलाकारों और नाटक की निर्देशक, सजना मोरिस की उल्लेखनीय प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन था.
मोरिस के मार्गदर्शन में, जिन्होंने 2007 से अब तक छह स्कूल प्रस्तुतियों का निर्देशन किया है, छात्रों ने शेक्सपियर के कालातीत पात्रों को अद्भुत परिपक्वता और कौशल के साथ जीवंत किया.
जेपीएचएस थिएटर ग्रुप ने एलिजाबेथ युग को पुनः जीवंत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. विस्तृत रूप से डिजाइन्ड वेशभूषा और सोच विचार कर तैयार किया गया मंच तथा विशेष रूप से प्रसिद्ध बालकनी दृश्य की ऐतिहासिक यथार्थता को ध्यान में रखकर सभी प्रॉप्स तैयार किए गए थे.
छात्र नाटक में अपनी भूमिका को बेहतर बनाने का अभ्यास करने के लिए प्रायः शाम 7:30 बजे तक स्कूल में रुकते थे. नाटक को सफल बनाने की छात्रों की प्रतिबद्धता उनके चार महीने के कठोर अभ्यास से स्पष्ट थी. नाटक की सफलता विद्यार्थियों के तीन महीने के अथक परिश्रम का परिणाम था.
सजना मोरिस ने जयश्री पेरीवाल ग्रुप ऑफ स्कूल्स की चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेरीवाल को कलाकार विद्यार्थियों और मंच के पीछे सहयोगी प्रोडक्शन टीम का सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिस तरह बच्चों ने इस नाटक के माध्यम से समाज में हिंसा, भेदभाव और बुराई के खिलाफ बुलंद आवाज उठाई है, उसी तरह हम सभी को संवेदनशील होकर समाज में सद्भावना और प्रेम का संदेश पहुंचाना चाहिए.
गौरतलब है कि सजना मोरिस को जेपीएचएस थिएटर ग्रुप के लिए "चार्ली एंड द चॉकलेट फैक्ट्री", "किंग लियर", "ए रेज़िन इन द सन", "द ग्लास मेनेजरी" और "ऑल माई संस" जैसे प्रसिद्ध नाटकों के निर्देशन का व्यापक अनुभव है.
"रोमियो और जूलियट" सिर्फ़ प्यार और नियति के बारे में नाटक नहीं है, बल्कि यह मानवीय स्थिति, झगड़ों के परिणाम, झूठे अहंकार और सुलह, प्रेम और सद्भाव की शक्ति का अन्वेषण है. नाटक का उद्देश्य एक ऐसे समाज की स्थापना करना था जहां कोई संघर्ष न हो और लोग प्रेम की भाषा समझें. स्कूल के प्रतिभाशाली कलाकारों और टीम ने इन विषयों को समझा और ऐसा प्रदर्शन किया जो विचारोत्तेजक और भावनात्मक रूप से प्रभावशाली था.