बेहमी बाणियो के वहम ने दर्शकों को खूब हंसाया

रंग राजस्थान की यात्रा पहुंची जेकेके, शुरू हुए नाटकों के मंचन  नाटक ढाबा में दिखा लोकतंत्र का सच

बेहमी बाणियो के वहम ने दर्शकों को खूब हंसाया

अनन्य सोच, जयपुर। कला एवं संस्कृति विभाग राजस्थान सरकार और जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वाधान रंग मस्ताने संस्था द्वारा दस दिवसीय रंग राजस्थान के आठवें संस्करण को शुरू हुए तीन दिन हो चुके है। पहले दिन वॉक थिएटर हुआ और दूसरे दिन स्कूल आउट रीच प्रोग्राम के तहत स्कूलों में नाटकों के मंचन और दो दिन बाहर कार्यक्रम कर अब कला महोत्सव जवाहर कला केंद्र में आ पहुंचा है। और कल से नाटकों का मंचन शुरू हो चुका है।

जवाहर कला केंद्र में दो नाटकों का मंचन हुआ। पहला नाटक बेहमी बाणियो सरताज नारायण माथुर द्वारा लिखित और निर्देशित था। उनका निर्देशन मुख्य रूप से आवाज के लिए डायाफ्राम प्रशिक्षण के साथ-साथ कहानी और अभिनय की कुरकुरीता पर केंद्रित है। जिसका मंचन जवाहर कला केंद्र के कृष्णायन मंच पर हुआ। वहीं दूसरा नाटक ढाबा तपन भट्ट द्वारा लिखित और निर्देशित था जिसका मंचन रंगायन मंच पर हुआ। 
नाटक बेहमी बाणियों से दर्शकों ने खूब हंसी ठहाके लगाए और तालियों से नाटक को सराहा। वहीं नाटक ढाबा के मंचन ने भी दर्शकों की खूब तालियां पाईं। महोत्सव के चौथे दिन रंग राजस्थान का औपचारिक उद्घाटन शिक्षा और कला एवं संस्कृति मंत्री बुलाकी दास कल्ला और प्रसिद्ध नाटककार और निर्देशक रतन थियाम द्वारा होगा। साथ ही प्रसिद्ध रंगमकर्मी वाल्टर पीटर की प्रस्तुति ला पोला और रतन थियाम द्वारा निर्देशित नाटक सॉन्ग ऑफ दा नाइम्फ का मंचन होगा।