Jaipur Literature Festival: जे एल एफ के 18वें एडिशन के वक्ताओं की पहली सूची की घोषणा
Ananya soch: Jaipur Literature Festival
अनन्य सोच। Jaipur Literature Festival: भारत के जाने-माने फेस्टिवल क्यूरेटर एवं प्रोडक्शन हाउस टीमवर्क आर्ट्स ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के बहुप्रतीक्षित 18वें एडिशन के वक्ताओं की पहली सूची जारी कर दी है. साहित्य की दुनिया के इस प्रतिष्ठित समारोह का आयोजन आगामी 30 जनवरी से 3 फरवरी, 2025 के दौरान जयपुर स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में किया जाएगा. दुनियाभर में ‘धरती पर आयोजित होने वाले सबसे बड़े साहित्योत्सव’ के तौर पर प्रतिष्ठित इस फेस्टिवल के मंच पर एक बार फिर लेखकों, विचारकों और पाठकों की महफिलें जुटेंगी जो साहित्य के हालातों और विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के साथ जुड़ाव कायम करने की इसकी अनूठी क्षमता के बारे में मिल-जुलकर विचार-मंथन करेंगे.
दुनियाभर में पुस्तकों और विचारों के इस सबसे बड़े उत्सव के 2025 एडिशन के जरिए एक बार फिर दूरियों को घटाने, सहानुभूति जगाने और हमारे साझा मानवीय अनुभवों का उत्सव मनाने के लिए कहानियों की ताकत को दोहराया जाएगा। पर्यावरण अनुकूल व्यवहार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के चलते, 2025 के संस्करण में पर्यावरण के प्रति सजगता पर प्रमुखता से जोर रहेगा. उत्सव के दौरान वाद-विवाद, चर्चाएं और अभूतपूर्व प्रस्तुतियों का दौर जारी रहेगा. 2025 एडिशन में सांस्कृतिक समृद्धियों, दिग्गज साहित्यिक कृतियों और पर्यावरण अनुकूल भविष्य पर जोर दिया जाएगा, जो कुल-मिलाकर इस फेस्टिवल को अभूतपूर्व बनाएगा.
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के मूल में भाषायी विविधता है, और यही वजह है कि साहित्य का यह मेला विभिन्न भाषाओं को मंच प्रदान करता है। इस साल के सत्रों में हिंदी, बांग्ला, राजस्थानी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, ओड़िया, संस्कृति, असमी, मलयालम, मराठी, पंजाबी और उर्दू समेत अनेक भाषाओं में कृतियों और चर्चाओं को परोसा जाएगा और इस प्रकार यह मेला समावेशिता के साथ-साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का परिचायक होगा.

Venki Ramakrishnan

Anna Funder

Tina Brown
18वें एडिशन में अलग-अलग क्षेत्रों के 300 से अधिक वक्ताओं को शामिल किया गया है, जो प्रतिभागियों को वैश्विक एवं भारतीय साहित्यिक हस्तियों से जुड़ने का मौका देगा. वक्ताओं की पहली सूची में शामिल हैं आंद्रे एचिमन, अनिरुद्ध कनिसेट्टी, अन्ना फंडर, अश्वनी कुमार, कावेरी माधवन, क्लॉडिया डी राम, डेविड निकॉल्स, फियोना कारनारवन, इरा मुखौटी, आइरेनोसेन ओकोजी, जेनी एरपनबेक, जॉन वैलेंट, कलोल भट्टाचार्जी, मैत्री विक्रमसिंघे, मानव कौल, मिरियम मार्गोलिस, नसीम निकोलस तालेब, नाथन थ्राल, प्रयाग अकबर, प्रियंका मट्टू, स्टीफन ग्रीनब्लाट, टीना ब्राउन, वी वी गणेशनंदन, वेंकी रामाकृष्णन, और यरोस्लावा त्रोफिमोफ सरीखी साहित्यिक दुनिया की प्रतिभाएं जो उत्सव के दौरान विचारों से भरे साहित्यिक चर्चाओं का भरोसा दिलाती हैं.