गोवा का पवेलियन बना ट्रेवल बाज़ार का आकर्षण

Ananya soch
अनन्य सोच। जयपुर के जेईसीसी परिसर में चल रहे द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाज़ार 2025 में गोवा का पवेलियन पर्यटकों, टूर ऑपरेटरों और निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा. दिनभर इस पवेलियन में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती रही और गोवा के विविध पर्यटन विकल्पों ने सभी को अपनी ओर खींचा.
गोवा पर्यटन के निदेशक केदार ए. नायक ने बताया कि राज्य सरकार की नई पर्यटन नीति को उद्योग जगत की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि गोवा केवल एक मौसमी पर्यटन स्थल बनकर न रहे, बल्कि साल भर पर्यटकों के लिए जीवंत और सुलभ बना रहे.
नई पहलें और निवेश के अवसर
राज्य में होटल और रेस्टोरेंट क्षेत्र को सुव्यवस्थित करने की दिशा में अधिकांश इकाइयों को जीएसटी के दायरे में लाया गया है. इससे सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ी है और निवेशकों का विश्वास भी मजबूत हुआ है.
पर्यटन को नया आयाम: कारवां नीति
गोवा सरकार की “कारवां पर्यटन नीति” ने इस बार ट्रेवल बाज़ार में विशेष ध्यान आकर्षित किया. यह नीति पर्यटकों को यात्रा और आवास में अधिक लचीलापन देने के साथ ही दूरस्थ और कम विकसित क्षेत्रों में पर्यटन को प्रोत्साहित करेगी.
कारवां टूरिज्म की यह अवधारणा दुनियाभर में अपनी गैर-हस्तक्षेप शैली के लिए जानी जाती है और गोवा में इसका क्रियान्वयन राज्य के पर्यटन मानचित्र को विस्तार देने वाला साबित हो सकता है.
स्थायित्व और रोजगार को बल
नायक ने बताया कि इस नीति का उद्देश्य न केवल वैकल्पिक पर्यटन अनुभव देना है, बल्कि स्थानीय समुदायों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराना भी है. साथ ही भीड़भाड़ वाले पारंपरिक स्थलों से ध्यान हटाकर कारवां पार्कों के विकास पर ज़ोर दिया जा रहा है.
पर्यटन में नवाचार की मिसाल
गोवा पवेलियन ने यह सिद्ध किया कि नवाचार और सतत विकास को साथ लेकर चलने वाली रणनीतियाँ भारतीय पर्यटन उद्योग को नई दिशा दे सकती हैं. द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाज़ार 2025 में गोवा की प्रस्तुतियों ने आने वाले समय में पर्यटन की संभावनाओं को लेकर उम्मीदें और ऊँचाइयाँ दोनों बढ़ा दी हैं.