Ananya soch special: JDA ने लगाई नई तकनीक: अब बंद कमरे में भी मिलेगी ताजगी भरी हवा

Ananya soch special: JDA ने लगाई नई तकनीक: अब बंद कमरे में भी मिलेगी ताजगी भरी हवा

Ananya soch: Ananya soch special

अनन्य सोच।  जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने अपने नागरिक सेवा केंद्र में एक नई तकनीक लगाई है, जिससे कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाई जा सके और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम किया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि इस तकनीक से स्टाफ और आने वाले लोगों को साफ हवा मिलेगी, साथ ही लगातार सिरदर्द, अस्थमा, एलर्जी, ध्यान में कमी और मानसिक थकान जैसी समस्याओं में भी राहत मिलेगी, जो कार्बन डाइऑक्साइड के अधिक स्तर से होती हैं. 

JDA के एक वरिष्ठ इंजीनियर ने बताया, “इस तकनीक की सबसे अच्छी बात इसकी किफायती कीमत है. इसे कमरे के आकार के अनुसार बनाया जा सकता है और खासतौर से एयर-कंडीशंड जगहों, जैसे ऑडिटोरियम और विजिटर रूम, के लिए बहुत उपयोगी है. इसके अच्छे परिणामों के आधार पर भविष्य में और भी जगहों पर इसे लगाने की योजना है. 

मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNIT) भी इसे अपने विजिटर्स भवन में लगाने की योजना बना रहा है, और जयपुर हवाईअड्डा अपने नए अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के लिए इसकी उपयोगिता का आकलन कर रहा है. 

यह तकनीक 250-लीटर के एक्वेरियम जैसे दिखने वाले एक फोटोकल्चर टैंक में माइक्रोएल्गी (सूक्ष्म शैवाल) के खास प्रकार को रखकर काम करती है. इसमें चार LED लाइट्स लगी हैं, जो दिन-रात फोटोसिंथेसिस (प्रकाश संश्लेषण) प्रक्रिया को चालू रखती हैं. एक एयर पंप कमरे की हवा को टैंक में खींचता है, जहां माइक्रोएल्गी CO₂ को अपने विकास के लिए खपत करते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान ये शैवाल ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जो ऊपर से निकलकर कमरे की हवा को शुद्ध और ताजगी भरी बना देती है.