अनन्य सोच, जयपुर। अजमेर जिले के अरांई के झिंरोता गांव की निरमा देवी की आर्थिक स्थित कमजोर होने के कारण गर्भावस्था में पूरा पोषण नहीं मिल रहा था। इस सम्बन्ध में इन्हें सरकार द्वारा संचालित किसी योजना की जानकारी भी नहीं थी। आगंनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा घर-घर सर्वे के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि निरमा पत्नी प्रधान जाट दूसरी बार गर्भवती है तथा आर्थिक कमजोरी के कारण पारिवारिक माहौल तथा पोषण की कमी थी। इन्हें आगंनबाड़ी केन्द्र आने का कहा गया। निरमा अपने परिजनों के साथ आगंनबाड़ी केन्द्र आई। यहां इन्हें राजस्थान इन्द्रा गांधी मातृत्व पोषण योजना के बारे में जानकारी दी गई। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए इनके पति प्रधान जाट ने आवश्यक दस्तावेज पूरे किए। स्थानीय आगंनबाड़ी केन्द्र में जमा दस्तावेजों का सीडीपीओ स्तर पर सत्यापन किया गया। कुछ समय पश्चात उनके खाते में योजना की पहली एवं दूसरी किस्त जमा हो गई। इस राशि का उपयोग निरमा को आवश्यक पोषण उपलब्ध कराने के लिए किया गया। वर्तमान में निरमा एवं उसका बच्चा स्वस्थ है। साथ ही इनके परिजन भी सरकार द्वारा सहायता प्राप्त होने से खुश है।
आगंनबाडी कार्यकर्ता ने सरोज देवी के दस्तावेज बनाकर किया लाभान्वित-
अजमेर जिले के अरांई के कालानाडा गांव की सरोज देवी पत्नी भाग चन्द को राजस्थान इन्द्रा गांधी मातृत्व पोषण योजना की जानकारी नहीं थी। इस कारण वे इसका लाभ नहीं उठा पा रही थी। स्थानीय आगंनबाडी कार्यकर्ता ने इन्हें घर जाकर योजना के लाभों के बारे में बताया। काफी समय तक इनके द्वारा आवेदन नहीं करने की जानकारी मिलने पर आगंनबाड़ी कार्यकर्ता ने पुनः सम्पर्क किया तो पता चला कि इनके घर में कोई शिक्षित व्यक्ति नहीं होने के कारण दस्तावेज पूरे नहीं हो रहे थे। ऐसी परिस्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने मेहनत करके इनके दस्तावेज पूर्ण करवाए। दस्तावेजों के आधार पर आवेदन किया गया। इसका सत्यापन सीडीपीओ स्तर पर हुआ। कुछ ही समय में योजना की प्रथम एवं द्वितीय किस्त इनके खाते में जमा हो गई। अब सरोज देवी का परिवार बहुत खुश है। सरोज देवी एवं उसका बच्चा पोषक भोजन प्राप्त कर रहा है।