solo exhibition 'Anhad - Sound of Bing': तरुण शर्मा की आयोजित हुई दूसरी सोलो एग्जीबिशन 'अनहद - साउंड ऑफ़ बिंग'

7 दिवसीय कला प्रदर्शनी का आईटीसी राजपुताना में हुआ आयोजन  शिव, शक्ति और कैलाश के स्वरूपों को रंगों के समावेश से कैनवास पर किया प्रदर्शित  

solo exhibition 'Anhad - Sound of Bing': तरुण शर्मा की आयोजित हुई दूसरी सोलो एग्जीबिशन 'अनहद - साउंड ऑफ़ बिंग'

Ananya soch: solo exhibition 'Anhad - Sound of Bing'

अनन्य सोच, जयपुर। Anhad - Sound of Bing exhibition: भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश पर्वत के अद्भुत भाव और रहस्यों को कैनवास पर जीवंत किया गया. कुछ ऐसा ही नजारा था आईटीसी राजपुताना (ITC rajputana) और आईसीए गैलरी के सहयोग से शनिवार को आयोजित हुई आर्टिस्ट तरुण शर्मा की पेंटिंग एग्जीबिशन 'अनहद - साउंड ऑफ़ बिंग' का. प्रदर्शनी का उद्धघाटन मुख्य अतिथि ठाकुर दुष्यंत सिंह नायला, आईसीए गैलरी के निर्देशक विजेंद्र बंसल और समाजसेवक सुधीर माथुर ने दीप प्रज्जवलन कर किया.

इस सात दिवसीय आर्ट प्रदर्शनी में 25 एब्स्ट्रेक्ट पेंटिंग्स को डिस्प्ले किया गया है. जिसमें शिव का नाद, कैलाश की ध्वनि और शक्ति का स्वरुप रंगों के समावेश में निखारते दिखे. इन सभी पेंटिंग में वाइल्ड स्ट्रोक्स, सूक्ष्म हाइलाइट्स, छाया और प्रकाश का प्रदर्शन देखने को मिला.
शिव और कैलाश के प्रति विश्वास और अपनी कला दृष्टि के बारे में आर्टिस्ट तरुण शर्मा ने बताया कि शिव और शक्ति के प्रति मेरा रुझान झरकाण्ड के रिकीया आश्रम में बिताए गए समय के दौरान बढ़ा. उस एक हफ्ते के समय में मैंने शिव की सेवा करते हुए एक चित्र तैयार किया जहां से इस संग्रह की शुरुआत किया. इसी के साथ इन सभी पेंटिंग को पूरी करने के दौरान मैंने संस्कृत का अध्ययन जारी रखा और श्रीमद भगवत गीता ने मुझे भ्रमांड की ध्वनियों और रहस्यों की ओर आकर्षित किया. सभी पेंटिंग्स पर ऑइल और एक्रेलिक रंगों का इस्तेमाल किया गया है. हर कैनवास का कोई न कोई भाव है और हर एक के भीतर एक कथा का समागम है.

तरुण ने आगे बताया कि माता-पिता दोनों रिटायर्ड गवर्नमेंट डॉक्टर्स है, उदयपुर में स्कूली शिक्षा के दौरान आर्ट टीचर से स्केच और वॉटर कलर्स का इस्तेमाल करना सीखा. नागपुर से आर्किटेक्चर और प्लानिंग में बैचलर्स और अहमदाबाद में एनआईडी से ट्रांसपोर्टेशन और ऑटोमोबाइल डिज़ाइन में मास्टर्स की है. इसी से उन्होंने कलर्स मिक्सिंग, शैडोज़ और एब्स्ट्रक्शन वर्क सीखा और आर्ट में कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं ली.
शो क्यूरेटर हेम राना ने बताया कि तरुण की जयपुर में ये दूसरी सोलो एग्जीबिशन है इससे पहले जयपुर सहित दिल्ली में कई सोलो और ग्रुप एग्जीबिशन में आर्ट डिस्प्ले किया है। ये प्रदर्शनी 10 सितंबर तक जारी रहेंगी.