शिक्षक दिवस पर 164 शिक्षकों का सम्मान, 6 को मिलेगा ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’

शिक्षक दिवस पर 164 शिक्षकों का सम्मान, 6 को मिलेगा ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’

Ananya soch: 164 teachers honored on Teachers' Day, 6 to receive 'Lifetime Achievement Award'

अनन्य सोच। Lifetime Achievement Award': Teachers' Day 2025 के अवसर पर प्रिंसिपल्स एंड टीचर्स अवॉर्ड का चौदहवां संस्करण इस बार और भी खास होने जा रहा है. थार सर्वोदय संस्थान, सिम्पली जयपुर और रघु सिन्हा माला माथुर चैरिटी ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में यह आयोजन शनिवार, 6 सितम्बर को शाम 5 बजे जवाहर कला केंद्र के रंगायन सभागार में होगा. 

इस अवसर पर राजस्थान, दिल्ली, लखनऊ, गुजरात और जम्मू-कश्मीर समेत देशभर से आए करीब 164 शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा. इनमें से 43 शिक्षक राजस्थान के विभिन्न जिलों – जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बाड़मेर, सिरोही, पाली और जालोर से होंगे. वहीं, अन्य राज्यों से 37 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। शेष शिक्षक देशभर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों से चयनित हुए हैं. 

 6 दिग्गज शिक्षकों को मिलेगा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

कार्यक्रम में शिक्षा जगत को जीवन समर्पित करने वाले 6 वरिष्ठ शिक्षकों को “माला माथुर मेमोरियल लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड इन एजुकेशन” से सम्मानित किया जाएगा. इनमें शामिल हैं—

  • प्रो. एन.डी. माथुर (अर्थशास्त्र व प्रबंधन)

  • डॉ. कान्ता आहूजा (अर्थशास्त्र एवं उच्च शिक्षा प्रशासन)

  • प्रो. सुधा राय (अंग्रेज़ी साहित्य और महिला शिक्षा)

  • प्रो. मिनी नंदा (अंग्रेज़ी अध्ययन व अंतरराष्ट्रीय योगदान)

  • श्रीमती पिंकी सिंह (स्कूल शिक्षा और सामाजिक सेवा)

  • डॉ. अजीत कुमार जैन (संगीत शिक्षा और दिव्यांगजन सशक्तिकरण)

ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों में दशकों से शिक्षा और समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते आ रहे हैं।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बढ़ेगी शोभा

आयोजन में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी, जो शिक्षकों के प्रति आभार और सम्मान को और गहरा बनाएँगी. 

थार सर्वोदय संस्थान की ट्रस्टी अंशु हर्ष और ट्रस्ट के ट्रस्टी सुधीर माथुर ने बताया कि यह सम्मान समारोह सिर्फ अवॉर्ड वितरण तक सीमित नहीं, बल्कि शिक्षा जगत की प्रेरणादायी हस्तियों को पहचान देने का प्रयास है. वहीं आयोजक सोमेंद्र हर्ष ने कहा कि “शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैं बल्कि भविष्य की दिशा तय करते हैं, इसलिए यह मंच उन्हें उचित सम्मान देने का एक छोटा प्रयास है.”