एवरग्रीन मैलोडीज़ में गूंजे सदाबहार नगमें

एवरग्रीन मैलोडीज़ में गूंजे सदाबहार नगमें

अनन्य सोच। ब्लिस एन्टरटेनमेन्ट एण्ड ईवेन्ट्स के द्वारा आयोजित सुरमई शाम में एवरग्रीन मैलोडिज का श्रोताओं ने महाराणा प्रताप सभागार में भरपूर आनन्द लिया. कार्यक्रम में 1950 से 1975 तक के मधुर गीतों की प्रस्तुति दी गई. कार्यक्रम संयोजक आमोद चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की शुरूआत 'दीवाना ले के  आया है' गीत से की. इसके बाद गीतिका चतुर्वेदी ने ‘ नैनो में बदरा छाये ’, प्रशस्ति जैन ने ‘जब प्यार किया तो  डरना क्या’, सलीम ने ‘कौन है जो सपनों में आया’, मीनाक्षी माथुर ने ‘जरा होले होले चलो मोरे सजना’, नीलम शर्मा ने ‘चलते चलते यू ही कोई’ और अविरल चतुर्वेदी ने ‘ना जा कहीं अब ना जा’ गीत की प्रस्तुति से श्रोताओं की तालियाँ बटोरी.


प्रमुख गीतों में किशोर कुमार के नायाब  गीत 'तू औरों की क्यों हो गई' को आमोद ने अपने चिर परिचित अंदाज में प्रस्तुत कर के दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. वहीं अविरल ने "देखा ना हाए रे" गीत से सभागार में रंग जमाया. इसी के साथ विभिन्न  युगल गीतों में मुख्य रूप से लता और रफ़ी का अमर गीत 'जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा' , मस्ति भरे गीतों में , 'ले कर हम दिवाना दिल' ‘खुल्लमखुल्ला प्यार  करेंगे हुम् दोंनों’, ‘सारे शहर में आप सा कोई नहीं’, आदि गीतों की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं की भरपूर तालियाँ बटोरीं. कार्यक्रम के अंत में एवरग्रीन सुपर स्टार देवानंद को सभी गायकों द्वारा संगीतमयी श्रद्धांजलि दी गई. 
 इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी नरेश ठकराल, राजस्थान चैम्बर कॉमर्स ऑफ इण्डस्ट्री के प्रेसिडेंट डाॅ.के.एल. जैन तथा सीनियर वाइस प्रेसिडेन्ट डी.एस. भण्डारी और समाज सेविका जयश्री  भंडारी मौजूद थे. मंच संचालन आभा द्विवेदी ने किया.कार्यक्रम के अंत में आमोद चतुर्वेदी ने सभी श्रोताओ का आभार व्यक्त किया.