एक्सपेरिमेंटल प्रस्तुति थ्रेड्स ने दर्शकों के मन में सहानुभूति और संवेदना को लेकर उठाए सवाल

एक्सपेरिमेंटल प्रस्तुति थ्रेड्स ने दर्शकों के मन में सहानुभूति और संवेदना को लेकर उठाए सवाल

Ananya soch: Threads natak

अनन्य सोच। jawahar kala kendra latest news: जवाहर कला केंद्र और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में चल रहे दस दिवसीय थियेटर महोत्सव रंग राजस्थान के पांचवें दिन केंद्र के सभागार में ऑरेंज मून थियेटर कंपनी की एक्सपेरिमेंटल प्रस्तुति "थ्रेड्स" का प्रदर्शन हुआ. ये चिन्मय मदान द्वारा निर्देशित और अभिनित प्रस्तुति थी.

"थ्रेड्स एक प्रदर्शन कला है जो दर्शकों के मन में सहानुभूति और संवेदना को लेकर सवाल उठाती है.  इसमें परफॉर्मर को सैकड़ों धागों से बांधा जाता है. वो आगे बढ़ना चाहता है, लेकिन धागों के कारण हिल नहीं सकता. उससे दस फीट दूर पानी का गिलास रखा है, जिसे वो पीना चाहता है. लेकिन धागों के कारण नहीं पी सकता. क्या वो इंसान कोशिश करता रहेगा? क्या वह कभी पानी तक पहुँच पाएगा? क्या कोई दूसरा इंसान उसकी मदद करेगा?"
ऐसे कई सवालों के साथ ये प्रदर्शन अगले तीन दिन चलेगा. इस प्रदर्शन का समय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक रहेगा. दर्शक इसे इस समय अंतराल में आकर कभी भी देख सकते हैं. यूरोप में प्रसिद्ध कांसेप्चुअल आर्ट का ये उदाहरण है, जिसमें की एक कांसेप्ट को लेकर अभिनेता लगातार कोई एक्शन में रहता है और दर्शक उसे लगातार देख सकते हैं और जा सकते है.  वहीं राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में नाटक बर्डस का मंचन हुआ. ये नाटक स्पेन की सरिएगो थियेटर कंपनी की प्रस्तुति थी. नाटक को स्पेन की ऐना मिर्था जो कि लंदन के लिस्पा इंस्टीट्यूट से रंगमंच की पढ़ाई कर चुकी हैं, ने लिखा और निर्देशित किया. ये एकल प्रस्तुति थी जिसमें एक लाल कार्डिनल, कठफोड़वा, शुतुरमुर्ग, गिद्ध, हमिंगबर्ड और एक फीनिक्स की कहानी को दर्शाया गया. नाटक के द्वारा एक दुखद कृति को प्रस्तुत किया गया। जो हमें स्वयं से प्रश्न करने पर मजबूर करता है. नाटक मानवता के अस्तित्व पर भी प्रश्न खड़े करता है. यह कहानी आना की अपनी कहानी भी है जिसे रंगमंचीय रूप दिया गए है और महिला उत्पीड़न जैसे मुद्दे पर खुले से बात की जा रही है.