Jaipur History Festival: सिटी पैलेस में जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल शुरु
Jaipur History Festival: एजुकेशन थ्रू मॉन्यूमेंट्स' थीम पर हो रहा है फेस्ट - 40 स्कूलों के करीब 1500 स्टूडेंट्स ले रहे हैं विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा
Ananya soch: Jaipur History Festival
अनन्य सोच, जयपुर। Jaipur History Festival: सिटी पैलेस, जयपुर (City Palace) में 'एजुकेशन थ्रू मॉन्यूमेंट्स' (Education through monuments) थीम पर जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल (जेएचएफ) (Jaipur History Festival) 2023 आयोजित किया जा रहा है. धारव हाई स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा भगवान कृष्ण को समर्पित भजन के साथ इसकी आज शुरुआत हुई. इस फेस्टिवल में जयपुर के 17 स्कूलों और जयपुर के बाहर (दिल्ली, अहमदाबाद, वाराणसी व हैदराबाद) के 20 से अधिक स्कूलों के 1500 स्टूडेंट्स ने भाग ले रहे हैं.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत सनबीम स्कूल, वाराणसी द्वारा प्रस्तुत गंगा आरती प्रस्तुत की गई. इसके अंतर्गत बीस बच्चों ने दर्शकों के समक्ष दीयों, घंटियों, चौकी और कुंडों के साथ आरती की, जिसमें गंगा की कहानी की झलक देखने को मिली. इसकी शुरुआत में जयपुर के स्मारकों से जुड़े विभिन्न स्मारकों के वाराणसी प्रोजेक्ट्स की तीन मिनट की फिल्म दिखाई गई.
मॉडर्न स्कूल, जयपुर के स्टूडेंट्स की ओर से जगत शिरोमणि मंदिर और पन्ना मीना की बावड़ी पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई, वहीं सुबोध पब्लिक स्कूल, रामबाग ने डॉक्यूमेंट्री और कठपुतली नृत्य के माध्यम से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के विविध पहलुओं को प्रस्तुत किया.
एसआरएन इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स ने जयपुर के पांच स्मारकों (पत्रिका गेट, गलताजी कुंड, सिसोदिया गार्डन, राजराजेश्वरी मंदिर एवं गैटोर की छतरियां) को छह मिनट की नृत्य नाटिका में खूबसूरती से संयोजित किया. इसी क्रम में सनबीम स्कूल, लहरता की ओर से तुलसी दास पर झांकी प्रस्तुत की गई.
ग्रीन फील्ड्स स्कूल, दिल्ली द्वारा हुमायूं के मकबरे को सूफी गीत के माध्यम से साकार किया गया. इन मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात एग्जीबिशन एरिया में विभिन्न स्मारकों के साथ-साथ गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र और राजनीति विज्ञान विषयों से संबंधित अवधारणाएं प्रदर्शित की गई. इसके जरिए बताया गया कि किसी भी विषय का अध्ययन कराने के लिए स्मारकों का उपयोग किया जा सकता है. जयपुर हिस्ट्री फेस्टिवल के तहत पेंटिंग योर फेवरेट मॉन्यूमेंट, प्रिंटमेकिंग, ब्लॉक प्रिंट, पॉटरी मेकिंग, मेकिंग ऑफ एनीमेशन फिल्म और ओरिगेमी जैसे विषयों पर कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं.
गत दिनों इसरो की शानदार सफलता को को जीवंत करते हुए मयूर स्कूल, जयपुर की ओर से 'हाउ टू मेक ए रॉकेट' थीम पर वर्कशॉप आयोजित की गई और तीन छोटे रॉकेट के मॉडल लॉन्च किए गए। महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय ट्रस्ट की कार्यकारी ट्रस्टी, श्रीमती रमा दत्त ने पहले रॉकेट का मॉडल लॉन्च किया.
सिटी पैलेस जयपुर में यह फेस्टिवल 8 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक जारी रहेगा, जहां विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.