Padmashree Ram Gopal Vijayvargiya Museum:चित्रकारों ने कैनवास पर उकेरी मांडणा और फड़ शैली की विभिन्न आकृतियां

Padmashree Ram Gopal Vijayvargiya Museum: जाने-माने इतिहासकार मोहनलाल गुप्ता विजयवर्गीय की याद में पांच दिवसीय चित्रकार शिविर शुरू

Padmashree Ram Gopal Vijayvargiya Museum:चित्रकारों ने कैनवास पर उकेरी मांडणा और फड़ शैली की विभिन्न आकृतियां

Ananya soch: Padmashree Ram Gopal Vijayvargiya Museum

अनन्य सोच। Padmashree Ram Gopal Vijayvargiya Museum: जयपुर मेें बरसों तक म्यूजियम विशेषज्ञ रहे इतिहासकार मोहन लाल गुप्ता विजयवर्गीेय की याद में मंगलवार को पांच दिवसीय चित्रकार शिविर की शुरूआत हुई. जलमहल के पास स्थित पद्मश्री रामगोपाल विजयवर्गीय स्मृति म्यूज़ियम में शुरू हुए इस शिविर का उद्घाटन जाने- माने लेखक, पत्रकार और चित्रकार विनोद भारद्वाज ने दीप प्रज्वलित करके किया. इस अवसर पर श्वेता विजयवर्गीय, प्रियंवदा, अनंत और वेदांत भी मौजूद रहे.

 
-कैनवास पर  प्रतिभागियों ने बिखरे कल्पनाओं के रंग

पांच दिवसीय इस आयोजन में प्रदेश के विभिन्न शहरों में साधनारत नए और पुराने कलाकार शिरकत करने के लिए आए हैं. इस दौरान ये सभी कलाकार अपनी अपनी सोच से फिगरेटिव कला को जीवंत करेंगे. इस शिविर में जयपुर से ही नहीं अलग-अलग शहरों से भाग लेने के लिए प्रतियोगी शामिल हुए. अजमेर, कोटा, चूरू और भी कई शहरों से आये कलाकारों में काफी उत्साह नजर आ रहा था. राजस्थान यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी तान्या और सत्यवान ने बताया कि ऐसे शिविर कलाकारों में ऊर्जा भर देते हैं. कोटा से आई कृतिका ने बताया कि यहां आकर अलग-अलग आर्टिस्ट से मिलना सुकून से भर रहा है. जयपुर से रेखा अग्रवाल मंडाणा शैली को ही एक नए अंदाज में कैनवास पर उतार रही थी, वहीं मीना जैन फड़ शैली में लोक कला को उकेरने में तल्लीन रही.

दिए जाएंगे हजारों रूपए के नकद इनाम

कैंप के संयोजक प्रबोध गोविल ने बताया कि शिविर में 9 दिसंबर तक चित्र बनाने की प्रक्रिया होगी. इसके बाद 10 दिसंबर रविवार को इस दौरान बनी कृतियों का निर्णायक मंडल द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा. 
प्रथम स्थान वाली कृति को दस, द्वितीय स्थान वाली को साढ़े सात तथा तृतीय स्थान वाली कृति को पांच हजार रूपए के नकद इनाम दिए जाएंगे. इसके अलावा दो कृतियों को प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत एक-एक हजार रूपए नकद प्रदान किए जाएंगे.