राजस्थान फोरम के ईद मिलन समारोह में जीवंत हुई हिन्दुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब

राजस्थान फोरम के ईद मिलन समारोह में जीवंत हुई हिन्दुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब

अनन्य सोच, जयपुर। प्रदेश के 33 प्रमुख पद्मभूषण, पद्मश्री और विभिन्न सम्मानों से सम्मानित संगीतकारों, चित्रकारों, मूर्तिकारों, रंगकर्मियों, साहित्यकारों और खेल जगत के नामी खिलाड़ियों के संगठन राजस्थान फोरम की ओर से होटल आईटीसी राजपूताना में ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

इस आयोजन में बड़ी संख्या में फोरम के सदस्यों और शहर के हिन्दु-मुस्लिम समुदाय के सौ से भी अधिक गणमान्यों ने शिरकत की। इस अवसर पर आयोजित सहभोज में सभी ने तहे दिल से एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी और ईद के महत्व को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से तैयार सिवईयों एवं अन्य पकवानों का लुत्फ़ उठाया। आयोजन के दौरान परिवेश भी मिली-जुली संस्कृति के रंगों से खिल रहा था। कोई नमस्कार तो कोई आदाब कहकर एक दूसरे का इस्तकबाल करते नजर आए। लोगों का कहना था कि किसी फोरम की ओर से इस तरह का दिलकश आयोजन उन्होंने पहली बार ही देखा है। फोरम ने इस तरह का आयोजन कर समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का बेहतरीन कार्य किया है।
 
इस मौके पर फोरम के सभापति पद्मभूषण पं. विश्व मोहन भट्ट, फोरम के सदस्य पद्मभूषण देवेन्द्र झाझ़िड़या, पद्मश्री एस. शाकिर अली, पद्मश्री तिलक गिताई, पद्मश्री उस्ताद अहमद हुसैन-मोहम्मद हुसैन, पद्मश्री उस्ताद मोईनुद्दीन खान, शायर इकराम राजस्थानी सहित फोरम के 18 सदस्यों के अलावा पूर्व मंत्री लोहारू नवाब दुर्रू मियां, राजस्थान उर्दू अकादमी के अध्यक्ष हुसैन रज़ा खान, भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी फरहा खान, दौसा कलक्टर चौधरी कमर उज़्ज़मा, जामा मस्जिद जयपुर के अध्यक्ष नईम कुैरेशी, जामा मस्जिद के सचिव अनवर शाह, राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा, शिक्षाविद् जयश्री पेरीवाल और कुंवर नरेन्द्र सिंह सहित जयपुर के सौ से भी अधिक गणमान्य मौजूद थे। फोरम की ओर से कार्यकारी सचिव अपरा कुच्छल और सांस्कृतिक समन्वय सर्वेश भट्ट ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया।  

इस मौके पर पूर्व मंत्री और लोहारू के नावाब इमामुद्दीन अहमद दुर्रू मियां ने राजस्थान फोरम की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम करते हैं। 

उल्लेखनीय है कि राजस्थान फोरम प्रदेश में कला एवं साहित्य के विविध रूपों के संरक्षण और संवर्धन के लिए पिछले दस वर्ष से सक्रिय है इसके साथ ही राजस्थान फोरम अपने समय-समय पर अपने सामाजिक सरोकारों के लिए भी प्रतिबद्ध रहता है।