ड्रेस के अनुरूप कंफर्टेबल हो ज्वैलरी - संगीता बिजलानी

ड्रेस के अनुरूप कंफर्टेबल हो ज्वैलरी - संगीता बिजलानी

Ananya soch

अनन्य सोच। "हर औरत के लिए आभूषण खास होते हैं और हमारे तीज त्यौहार हों या फिर सोशल फंक्शन, परिधानों के बाद भारतीय महिलाओं के लिए गहने ही उनके श्रृंगार में चार चांद लगाते हैं. इसके बिना उनका सिंगार अधूरा ही रहता है।" यह कहना है film actress Sangeeta Bijlani का, जो बुधवार को film actress Minissha Lamba के साथ जगतपुरा स्थित Yashasvi Jewellers के नए शोरूम के उदघाटन अवसर पर पिंकसिटी में मौजूद थी. कार्यक्रम के कन्वीनर गौरव प्रताप सिंह ने बताया कि इस मौके पर Yashasvi Jewellers के डायरेक्टर अंकित अग्रवाल और अंकिता अग्रवाल ने Sangeeta Bijlani और Minissha Lamba का बुके भेंट कर स्वागत किया. इस अवसर पर अपने प्रशंसकों से बात करते हुए संगीता बिजलानी ने कहा कि ड्रेस के अनुसार ही मैं ज्वैलरी पहनना पसंद करती हूं. ट्रेडिशनल ड्रेस या साड़ी के साथ इंडियन डिज़ाइन की ज्वैलरी और कॉकटेल ड्रेस के साथ मैं डायमंड ज्वैलरी कैरी करती हूं. आभूषण किसी भी प्रकार के हों, लेकिन पहनते समय वे कंफर्टेबल होने चाहिए. भारत की ट्रेडिशनल ज्वैलरी का दुनियां में कोई विकल्प नहीं है. जयपुरवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए संगीता बिजलानी ने कहा कि जयपुर विजिट के साथ ही उन्हें रणथंभौर के टाइगर्स देखना खूब भाता है. 

भारत में खुलें ज्वैलरी डिजाइन इंस्टीट्यूट 

इस अवसर पर अभिनेत्री मिनीषा लाम्बा ने कहा कि इंडियन फैमिलीज के लिए ज्वैलरी एक मेंबर की तरह है जिससे हमारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. भारतीय संस्कृति की विभिन्नताएं भी यहां के आभूषणों में झलकती हैं. इंडियन जूलरी की तुलना दुनियां के किसी भी देश के आभूषणों से नहीं की जा सकती क्योंकि यहां की डिजाइन और क्राफ्टमैनशिप अनमोल है. आज जरूरत है कि भारत में ज्वैलरी डिजाइनिंग के टॉप मोस्ट इंस्टीट्यूट खुलें ताकि विश्व के कोने कोने से लोग यहां आकर ज्वैलरी डिजाइनिंग सीखें.