जोधपुर को मिली बड़ी सौगात: ₹1800 लाख का हैंडीक्राफ्ट कॉमन फैसिलिटी सेंटर शुरू, कारीगरों को 25% फ्रेट सब्सिडी का लाभ
Ananya soch: Jodhpur receives a major gift: A ₹180 million Handicraft Common Facility Center opens, with artisans receiving a 25% freight subsidy.
अनन्य सोच। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आज जोधपुर में ₹1800 लाख की लागत से निर्मित अत्याधुनिक हैंडीक्राफ्ट कॉमन फैसिलिटी सेंटर का निरीक्षण किया. यह केंद्र राजस्थान के प्रसिद्ध हैंडीक्राफ्ट उद्योग, विशेषकर फर्नीचर निर्माण से जुड़े कारीगरों और एमएसएमई के लिए तकनीकी उन्नयन और बेहतर उत्पादन क्षमता का बड़ा मंच बनेगा. राठौड़ ने कहा कि राज्य की कारीगरी विश्वभर में सम्मानित है और सरकार का लक्ष्य है कि छोटे कारीगर भी वैश्विक बाजार में मजबूत प्रतिस्पर्धा कर सकें.
केंद्र में ऐसी हाई-टेक मशीनें और उन्नत तकनीक उपलब्ध कराई गई हैं, जिन्हें छोटे उद्यमी स्वयं खरीदने में सक्षम नहीं होते. अब वे यहां कम लागत पर जॉब वर्क के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार कर सकेंगे. यह परियोजना भारत सरकार और राजस्थान सरकार की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य सीमित संसाधनों वाले कारीगरों को आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराना है.
उद्योग मंत्री ने बताया कि सरकार कारीगरों और एमएसएमई को बड़ी राहत देने के लिए 25% फ्रेट सब्सिडी भी प्रदान कर रही है, जिससे अन्य राज्यों और विदेशों में माल भेजने की लागत कम होगी और निर्यात संभावनाएँ बढ़ेंगी. इस विषय को उन्होंने हाल ही में बोर्ड ऑफ ट्रेड की बैठक में भी उठाया है, ताकि केंद्र से और सहयोग प्राप्त हो सके.
कर्नल राठौड़ ने कहा कि सरकार इसी मॉडल पर मेटल और स्टोन सेक्टर में भी नए फैसिलिटी सेंटर शुरू करने की तैयारी कर रही है. उद्योग विभाग जल्द ही हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से संवाद कर नीतियों को और सुदृढ़ बनाएगा.
उन्होंने कहा कि यह सभी प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरदृष्टि से प्रेरित हैं, जिसका उद्देश्य है—कारीगरों को सशक्त बनाना, एमएसएमई को गति देना और राजस्थान के हैंडीक्राफ्ट को वैश्विक पहचान दिलाना.