अपनी रचनाओं से बच्चों को मोहम्मद वकील ने दी खुशियों की सौगात

महात्मा ज्योति रॉव फूले यूनिवर्सिटी में ‘ऑटिज़्म’ से पीड़ित बच्चों के लिए आयोजित संध्या में वकील ने सुनाई वीर ज़ारा की कव्वाली ‘आया तेरे दर पे दीवाना’

अपनी रचनाओं से बच्चों को मोहम्मद वकील ने दी खुशियों की सौगात

Ananya soch

अनन्य सोच। मशहूर बॉलीवुड गायक और सारेगामा मेगा विनर मोहम्मद वकील ने शुक्रवार को ऑटिज़्म से पीड़ित बच्चों पर अपनी पुरसुकून गायकी का शीतल और मखमली आवरण डालकर उन्हें अनुभूतियों की छाया में कैद कर लिया. ये वकील की दिलकश गायकी और मधुर व्यवहार का ही असर था कि सभागार में मौजूद सैकड़ों बच्चे और विशिष्ट व्यक्ति डेढ़ घंटे तक मोहम्मद वकील की सुरमई दलीलों को सुनते रहे. उन्होंने एक के बाद एक निदा फाज़ली की ग़ज़ल ‘दीवारें उठाना तो हर युग की सियासत हैे’, कतील शिफाई के कलाम ‘वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ ना करे’ और बशीर बद्र के कलाम ‘ये कसक दिल की दिल में चुभ रह गई’ से परिवेश में सुर, लय और ताल के साथ भावों का दरिया सा प्रवाहित कर दिया. ग़ज़लों के बाद वकील ने जैसे ही वीर ज़ारा की कव्वाली ‘आया तेरे दर पे दीवाना’ गानी शुरू की तो वहां मौजूद हर शख्स झूम उठा. उन्होंने फिल्म कर्मा की देशभक्ति रचना ‘दिल दिया है जां भी देंगे’ पेश कर माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग लिया. उनका ये कार्यक्रम महारात्मा ज्योति रॉव फूले यूनिवर्सिटी और निर्वाण वर्ल्ड फाउन्डेशन के सहयोग से यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया लिए.

इन कलाकारों ने की संगत

वकील के सुरों से सराबोर इस कार्यक्रम में की-बोर्ड पर रहबर हुसैन, वॉयलिन पर गुलज़ार हुसैन, तबले पर मेहराज हुसैन और ऑक्टापैड पर फरीद दीवाना ने संगत की.

वकील ने मुंबई से आकर दिया निःशुल्क कार्यक्रम

वकील ने यूनिवर्सिटी के चेयरमैन निर्मल पवार, एनआईटीआई आयोग के संयुक्त सलाहकार कर्नल उपदेश कुमार और निर्वाण फाउन्डेशन की फाउंडर प्रेसीडेंट नवीनता का इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एक कलाकार सबसे पहले इस समाज का अंग है और इस नाते उसकेे अपनी सामाजिक सरोकार भी होते हैं इसी भावना को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से मुंबई से जयपुर आकर निःशुल्क प्रस्तुत देना अपना धर्म समझा. ऑटिज्म को ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर भी कहा जाता है. यह एक न्यूरोलॉजिकल और विकासात्मक विकार है. ऑटिज्म वाले लोगों में दूसरों से बातचीत, संवाद, सीखने, और व्यवहार करने का तरीका अलग होता है.