art festival Splash-2023: पेंटिंग एग्जीबिशन और कला उत्सव ‘स्प्लेश-2023’ शुरु

art festival Splash-2023: चतुर्दिक आर्ट गैलरी की चारों दिशाओं में छाई रंगों और रूपाकारों की बहार जेकेके में 450 पेन्टिंग्स से जीवंत हुआ भारत के 60 युवा कलाकारों का कलात्मक हुनर

art festival Splash-2023: पेंटिंग एग्जीबिशन और कला उत्सव ‘स्प्लेश-2023’ शुरु

Ananya soch: art festival Splash-2023

जयपुर। art festival Splash-2023: जवाहर कला केन्द्र की सबसे बड़ी कला दीर्घा चतुर्दिक में शुक्रवार को तीन दिवसीय पेंटिंग एग्जीबिशन (Painting exhibition) और कला उत्सव ‘स्प्लेश-2023’ (art festival Splash-2023) की शुरूआत हुई.

मुंबई के मात्र 23 वर्षीय आर्कीटेक्ट एवं आर्ट प्रमोटर मितुल अग्रवाल के संयोजन में आयोजित इस एग्जीबिशन में देश के अनेक शहरों के 60 युवा चित्रकारों की साढ़े चार सौ पेन्टिंग्स वहां आए कला प्रेमियों के लिए कौतुहल का विषय रहींरहीं. यहां सजे पेंटिंग्स के इस अनूठे कार्निवाल में कहीं यथार्थवादी कला की खूबसूरती, कहीं तरह तरह के लैंडस्कैप में प्रकृति के नजारे तो कहीं गहरी सोच में डूबी युवतियों के पोर्टेट यहां आने वाले को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे.

इस तीन दिवसीय आयोजन का उद्घाटन चित्रकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने किया. इस मौके पर प्रदेश के वरिष्ठ कला गुरु समंदर सिंह खांगारोत सागर, डॉ नाथू लाल वर्मा, डॉ मीनू श्रीवास्तव, डॉ मणि भारतीय, मोहम्मद सलीम और किशोर सिंह भी मौजूद थे.

-सात कैटेगिरीज में भी सजाई हैं कलाकृतियां

यहां विभिन्न कलाकारों ने एकल रूप से तो अपनी कलाकृतियां आकर्षक तरीके से सजाई हैं पर इसके साथ ही यहां प्रदर्शित कुछ कलाकृतियों को सात कैटेगिरीज में विभक्त करके भी सजाया गया है.

सबसे पहला सैक्शन पोट्रेट का है जहां दिल्ली के धर्मेन्द्र शर्मा, आहूती नारायण और जयपुर के पवन टाक की रूपवादी कलाकृतियां देखने योग्य हैं. धर्मेन्द्र ने गहन चिंतन में डूबी युवतियों के पोर्टरेट बनाए हैं, आहूती के बनाए स्कैच में भी आकर्षक चेहरे देखने योग्य हैं जबकि पवन टाक ने एक पेंटिंग में मोर के साथ भगवान कृष्ण तो दूसरी में मोर के ही साथ राधा का रूपवादी चित्र बनाकर सजाया है.

इस पेंटिंग में राधा कृष्ण का सौन्दर्य देखने योग्य है. इसके अलावा यहां एक सैक्शन गैलरीज़ का है जहां जयपुर की ऑनलाईन गैलरी रीकलर ओर उदयपुर की इंसपिरिट आर्ट गैलरी के कलाकारों की कृतियां सजाई गई हैं. 

-लाइव पेंटिंग सैक्शन है आकर्षण का केन्द्र
यहां एक सैक्शन लाइव पेंटिंग का भी बनाया गया है जहां आयोजकों की ओर से एजल, कैनवास और कलर्स उपलब्ध करवाए गए हैं. यहां कोई भी कला प्रेमी कुछ देर रूक कर पेंटिंग बना सकता है.

-कीमो थैरेपी के दौरान जीवंत हुई कलात्मक अभिव्यक्ति

यहां राशि राजपूत की बनाई पेंटिंग्स भी प्रदर्शित की गई हैं. राशि ने बताया कि वो कैंसर सर्वाइवल हैं. कीमो थैरेपी के दौरान आराम के पलों में मन लगाने के लिए उन्होंने पेंटिंग्स बनाना शुरू किया बाद में उनका ये प्रयास शौक में बदल गया. यहां उन्होंने इस अवधि में बनाई पेंटिंग्स भी प्रदर्शित की हैं. 

-चलते लोगों के कदम रोक रहा है एक डॉगी

प्रदर्शनी में चलते चलते कला प्रेमियों के कदम एक डॉगी को देखकर सहसा ठिठक जाते हैं. दरअसल यह डॉगी जयपुर की श्रुति सोनी का फाइबर से बनाया एक स्कल्पचर है. यह स्कल्पचर इतना जीवंत है कि देखने वाले को असली डॉगी का वहम हो जाता है और उनके कदम सहसा ठहर जाते हैं.

स्पेशली एबिल्ड की कला भी हैं देखने योग्य

यहां आहान फाउन्डेशन में जीवन में बिता रहे तीन स्पेशली एबिल्ड कलाकारों की कलाकृतियां सहज ही मन मोह लेती हैं. अनमोल भारद्वाज, अभिमन्यु शर्मा और नमन गोयल ने मधुबनी शैली में अपनी भीतर छिपी कलात्मक अभिव्यक्ति को जीवंत किया है. 

-बनारस के घाट और कोहरे में लिपटी वादियां

जयपुर में रहकर कलाकर्म कर रहे उड़ीसा के कलाकार पारस मोहन्तो ने वाटर कलर से बनी छह पेंन्टिंग्स प्रदर्शित की हैं. इन पेंटिंग्स में बनारस के घाट और कोहरे में लिपटी पहाड़ी वादियों को चित्रित किया है जबकि एक अन्य पेंटिंग में इन्होंने स्टीम इंजन से चलने वाली ट्रेन को भी खूबसूरती से चित्रित कर भारतीय रेल की पुरानी तकनीक को फिर से जीवंत कर दिया. 

-’कलाकार सुनाएंगे चित्र से संबंधित कहानी’

इस तीन दिवसीय आयोजन मेें शनिवार को कलाकार ‘आर्ट एंड स्टोरी टेलिंग’ कला का जीवंत प्रदर्शन करेंगे. साथ ही कैनवास पर बनी कलाकृतियों से संबंधित स्टोरी टैलिंग की कला से भी कला प्रेमियों को रूबरू करवाएंगे. ये आयोजन इस दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 1.00 बजे के दौरान होगा. इसी दिन दोपहर 2.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक ‘पेंट एन ऑब्जेक्ट’, शाम 5.00 से 6.00 बजे ‘पेनल डिस्कशन’ और 6.00 से 8.00 बजे तक ‘ट्रेज़र हंट’ के कार्यक्रम होंगे. 

-इन शहरों के कलाकार कर रहे हैं शिरकत

एग्जीबिशन में जयपुर, उदयपुर, दिल्ली, मुंबई, सूरत, पुणे, भरूच और चेन्नई, सहित विभिन्न शहरों के 50 से भी अधिक कलाकार अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन कर रहे हैं.