बेमी बाणयों" में हुई गफलत ने दर्शकों को खूब हंसाया

बेमी बाणयों" में हुई गफलत ने दर्शकों को खूब हंसाया

अनन्य सोच, जयपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग तथा रविंद्र मंच जयपुर द्वारा टैगोर थिएटर का आयोजन किया जा रहा है । यह आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य प्रांतीय एवं भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार करना एवं संवर्धन के साथ-साथ कलाकारों को मंच मुहैया करवाना है।

टैगोर थिएटर योजना के अंतर्गत शुक्रवार को नाटक "बेमी बाणयों" का मंचन किया गया। नाटक के  लेखन मोलियर एवं राजस्थानी रूपांतरण सरताज नारायण माथुर ने किया है। नाटक में प्रेमी द्वारा प्रेमिका को दिए गए लॉकेट किसी और के हाथ लग जाने से पात्रों के मध्य असमंसजता का जन्म लेती है और वाद विवाद में परिवर्तित हो जाती है और विवाद हाथापाई में, जो  दर्शकों को बखूबी मनोरंजन करता है।अतिनाटकीय शैली का नाटक  "बेमी बाणयों" दर्शकों को हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ता है । इसके सभी पात्रों का निर्माण भी अतिनाटकीय ढंग से किया गया है। नाटक में भव्य जैन, रिचा शर्मा, अनुकृति दुबे, मोहित कुमावत,विवेक जाखड़,  निशांत साहू, स्वेता चोलागाई खत्री, विशाल कोडवानी, खुशबू बसंदानी, रोशिक परिहार, पंकज हेमनानी, ने सशक्त अभिनय किया। मंच पर - मंच प्रबंधक एवं वेशभूषा- गरिमा सिंह, हितेश खत्री- संगीत संचालक, मंच सज्जा- गिरीश यादव, प्रकाश संचालन अभिषेक मुद्गल रहे।

  प्रियव्रत सिंह चारण द्वारा बताया कि नाटक "बेमी बाणयो" का मंचन मंच के मिनी थियेटर में  किया गया जिसमें प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, फिल्म उद्योग व  टीवी जगत के  कलाकार, कलाप्रेमी, साहित्यकार एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।