नाटक 'कलाम की दिवानगी' का मंचन

नाटक 'कलाम की दिवानगी' का मंचन

अनन्य सोच। आगाज द अमेजिंग रंगमंच ग्रुप ने शुक्रवार को ड्रामा 'कलाम की दिवानगी' का मंचन रवींद्र मंच पर किया गया । ड्रामे का लेखन फिरोज मिर्जा , निर्देशन डॉ. बुलबुल नायक द्वारा किया गया है । नाटक की कहानी एक गरीब लड़के से शुरू होती है जिस का नाम काना होता है  जो कबाडी से किताबे खरीद कर घर लाता है जो एग्जाम की तैयारी करता हैं। काना किताबों को देखता हैं। उस किताब के बंडल से एक किताब कलाम साहब पर लिखी हुई होती हैं। काना ने कलाम साहब के बारे में पहले से बहुत कुछ पड़ लिख रखा था किताब से एक कलाम साहब का पोस्टर निकलता है, जिसे काना अपने घर की दीवार पर चिपका लेता हैं। रोज कलाम साहब से बाते कर लेता है । 
ड्रामे में सभी धर्मो को भाई चारे का संदेश दिया है।  कलाम साहब की जीवनी,  बचपन की सुनहरी यादें, कलाम साहब की स्कूली शिक्षा, परमाणु परीक्षण, देश को बनाया ताकतवर, देश में एकता का संदेश, कलाम साहब की ईमानदारी आदि उपलब्धियों को ड्रामे के माध्यम से दर्शाया गया है । 
ड्रामे में मुख्य भूमिका में डॉ. बुलबुल नायक , करण सोनी, जावेद अख्तर, मनन आसुदानी, खुशबू आसुदानी, देवांग सैनी आदि कलाकारो ने अभिनय किया। मेकअप असलम पठान द्वारा किया गया।