pollution free and green Rajasthan: प्रदूषण मुक्त एवं हरित राजस्थान के लिए संकल्पित राज्य सरकार
pollution free and green Rajasthan: राज्य भर में 20 लाख से अधिक लगाए जाएंगे पौधे प्रत्येक पौधे को लगाए जाने से लेकर संरक्षण तक की लें जिम्मेदारी : सदस्य सचिव,राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं द्वारा व्यापक स्तर पर किया जा रहा वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण के लिए साबित होगा मील का पत्थर
Ananya soch: pollution free and green Rajasthan
अनन्य सोच। pollution free and green Rajasthan: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajan Lal Sharma) के नतृत्व में प्रदूषण मुक्त राज्य एवं हरित राज्य की संकल्पना को साकार करने के क्रम में लगातार सार्थक प्रयास किये जा रहे है ताकि आने वाली पीढ़ी को बेहतर कल के साथ स्वक्छ एवं स्वस्थ पर्यावरण दिया जा सके. मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान के तहत जहा व्यापक स्तर पर राज्य भर में पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है. वहीँ एक पेड़ माँ के नाम के तहत लगाए गए पौधों से भावनात्मक जुड़ाव के तहत संरक्षण एवं संवर्धन की ओर भी विशेष पहल की गयी है.
राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव एन विजय ने बताया कि राज्य को प्रदूषण मुक्त एवं हरित राज्य के रूप में एक आदर्श राज्य स्थापित करने के लिए अन्य विभागों एवं अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्यम से सार्थक प्रयास किये जा रहे है. जिसके तहत अब मंडल द्वारा राज्यभर में क्षेत्रवार 20 लाख से अधिक पौधे लगाए जायेंगे. उन्होंने बताया कि यह पौधे मुख्यतया उद्योगों एवं उनके आस पास वाले क्षेत्र में लगाए जाएंगे ताकि औद्योगिक गतिविधियों से होने वाले प्रदूषण से आस पास के क्षेत्रों को प्रदूषण मुक्त किया जा सके. उक्त कार्य आमजन, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं अन्य हितधारकों के माध्यम से किया जायेगा. जिसके लिए सम्बंधित क्षेत्रीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा - निर्देश जारी कर दिए गए है.
- प्रत्येक पौधे को लगाए जाने से लेकर संरक्षण तक की लें जिम्मेदारी
एन विजय ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य भर में व्यापक स्तर पर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा हरित प्रदेश की इस संकल्पना को साकार करने के क्रम में जो जोत जलायी गयी है, उसे साकार करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है. अतः पौधारोपण का यह कार्य तब ही सफल है जब लगाए गए पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन की जिम्मेदारी मूल कर्तव्य के रूप में ली जाये. उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक दिनचर्या में पौधों की देखभाल करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए ताकि आने वाले समय में न केवल राज्य एक हरित प्रदेश के रूप में स्थापित हो सकेगा बल्कि हम एक बेहतर कल की संकल्पना को शीघ्र ही साकार कर पाएंगे.
-विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं द्वारा व्यापक स्तर पर किया जा रहा वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण के लिए साबित होगा मील का पत्थर
सदस्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान, एक पेड़ माँ के नाम एवं वन क्षेत्र के बहार वृक्षारोपण के साथ विभिन्न अवसरों पर विभिन्न विभागों द्वारा किया जा रहा पौधारोपण हरित प्रदेश की संकल्पना को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि अब आमजन को भी पौधारोपण के कार्यक्रमों से प्रेरणा मिली है और अधिकतर यह देखने में आ रहा है. सामाजिक एवं मांगलिक कार्यों के अवसर पर भी पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राज्य में पौधारोपण एवं एवं वृक्ष संरक्षण के कार्य में वृहद स्तर पर जनभागीदारी दिखाई दी रही है. उससे प्रतीत होता है कि शीघ्र में राज्य के वृक्षावरण में वृद्धि दर्ज की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि मंडल के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा अपने घर, कॉलोनी एवं कार्यालयों को हरित बनाये रखने के उद्देश्य से न केवल पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है बल्कि आमजन को भी जागरूक करने का काम प्राथमिकता से किया जा रहा है.