jaipur literature festival: बारिश के बूँदों के बीच गिटार व तबले की मीठी जुगलबंदी
Nawal sharma
Ananya soch: jaipur literature festival
अनन्य सोच। jaipur literature festival: jaipur literature festival में आज ख़ुशनुमा दिन की शुरुआत हल्की हल्की बूँदों के साथ फ़्रंटलॉन में सुबह के मीठे शास्त्रीय रागों के साथ हुई. आज की सुबह को सुरीला बनाया प्रथम महिला स्लाइड गिटारिस्ट विदुषी डॉ कमला शंकर ने. उन्होंने अपने ईजाद किए शंकर स्लाइड गिटार पर अपनी उँगलियों के जादू से सुबह का मीठा राग भटियार प्रस्तुत किया। रूपक तीन ताल में निबद्ध इस रचना की मोहक प्रस्तुति के साथ श्रोता झूम उठे. विनोद लैले के तबले की थिरकन ने गिटार के साथ जुगलबंदी का ऐसा सम्मोहन पैदा किया कि लगातार बरस रही बूँदों के बीच श्रोता अपने भीतर संगीत में तरबतर होते रहे. कार्यक्रम का समापन इस जोड़ी ने एक सुरीले भजन “जमुना किनारे मोरा गाँव” से किया. गिटार इस भजन के उतार -चढ़ाव में बेहद सधे हुए अन्दाज़ में अठखेलियाँ करता महसूस हुआ. यह कार्यक्रम उस्ताद इमामुद्दीन ख़ान डागर आर्ट एंड कल्चर सेंटर की प्रस्तुति था.