सजीव हुई स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष की अमर गाथा
देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को विद्यार्थियों ने पेंट ब्रश की आर्ट से आकृतियां बनाकर सजीव कर दिया। मौका थे 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फ्रीडम फाइटर्स पर आधारित आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता 'जय हिंद' का।
-स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'जय हिंद' पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित
-विद्यार्थियों ने पेंटिंग के जरिए दर्शाया स्वतंत्रता सेनानियों का साहसिक संघर्ष
-स्वाधीनता दिवस पर विजेता विद्यार्थी होंगे पुरस्कृत
अनन्य सोच, जयपुर। 'विनीता आर्ट्स' और 'आर्ट ट्यून' के संयुक्त तत्वाधान में "जय हिंद" पेंटिंग प्रतियोगता का आयोजन शनिवार को विद्याधर नगर स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश विनीता आर्ट्स' गवर्नमेंट स्कूल में किया गया। इस आयोजन में छठी से आठवीं और नवी से दसवीं कक्षा के 250 विद्यार्थियों ने पार्टिसिपेट किया व साथ ही कैलीग्राफी आर्टिस्ट हरिशंकर बालोठिया से केलिग्राफी के गुर सीखे. स्वाधीनता दिवस पर यानी 15 अगस्त को प्रतियोगियों की सर्वश्रेष्ठ पेंटिंग का चयन कर विजेताओं को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल, स्कूल प्रिंसिपल बी एस धाकड़ व आयोजक अरिजीत मुख़र्जी पुरस्कृत करेंगे।
विनीता नें बताया कि अपने प्राण न्यौछावर करके हमें आजादी दिलाने वाले मां भारती के वीर सपूतों को नमन करने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पेंटिंग में विद्यार्थियों ने क्रांतिकारियों के संघर्ष और साहस को दर्शाया। देश प्रेम के जोश और जज्बे से भरपूर अमर गाथा से सजी तस्वीरों को देखकर वहां मौजूद दर्शकों नें बहुत सराहा । हमारा उद्देश्य यह है कि युवा पीढ़ी जान सके कि हम जिस खुली हवा मैं सांस ले रहे हैं उस आजादी को पाने के लिए हमारे आजादी के दीवानों ने कितनी कुर्बानियां दी हैं। कला के माध्यम से यह संदेश देने के लिए स्वतंत्रता दिवस से अच्छा मौका और नहीं हो सकता।