Shri Nimbarka Jayanti Festival: भगवान निम्बार्क की चरित्र कथा का हुआ वाचन
Ananya soch: Shri Nimbarka Jayanti Festival
अनन्य सोच। Shri Nimbarka Jayanti Festival: स्टेशन रोड स्थित रिजर्व पुलिस लाइन के सामने चांदपोल मंदिर श्रीमाधोबिहारी में रविवार को श्रीनिम्बार्क जयंती महोत्सव के अंतर्गत भगवान श्रीनिम्बार्क के जीवन चरित्र पर आधारित कथा का वाचन किया गया.कथा का वाचन आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमहन्त स्वामी पद्मनाभशरणदेवाचार्य जी ने किया.
कथा से पूर्व श्रीनिम्बार्क उत्सव मंडल की ओर से बधाई गीत प्रस्तुत किया गया। कोषाध्यक्ष गजानंद अग्रवाल ने बताया कि 17 से 19 नवंबर तक मंदिर प्रांगण में निम्बार्क संप्रदाय के आचार्यों के जीवन चरित्र पर आधारित प्रवचन किए जा रहे हैं. 20 और 21 नवंबर को वृंदावन के भुवनेश्वर वशिष्ठ के निर्देशन में रासलीला का आयोजन होगा. 21 नवंबर को भव्य छठी महोत्सव के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा.
जीवन में नियमों का बहुत महत्व है - स्वामी पद्मनाभशरणदेवाचार्य
कथा के दौरान स्वामी पद्मनाभशरणदेवाचार्य ने कहा कि हमारे जीवन में नियम का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है. भगवान की सेवा और पूजा भी तभी सफल होती है जब जीवन में नियम हों. उन्होंने कहा कि निम्बार्काचार्य ने हमें सिखाया है कि जीवन के विरोधी जैसे काम, क्रोध, और लोभ से बचना चाहिए. उन्होंने नारद ऋषि द्वारा प्राप्त विद्या और भक्त ध्रुव व प्रह्लाद के परमहंस बनने की महत्ता को भी बताया.
कथा के दौरान देश के अलग अलग हिस्सों से संत महंतों की उपस्थिति रही। सरस कुंज से अलबेली माधुरी शरण महाराज, वृंदावन से वृंदावन दास महाराज, हरिप्रियदास महाराज, कल्याण दास महाराज और ऋषिकेश से राघवेंद्र दास महाराज मौजूद रहे.
संगठन मंत्री रामबाबू खटाई वाले ने बताया कि महोत्सव में हर दिन भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इन आयोजनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है.
महोत्सव में भाग लेने के लिए दूर-दराज से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे आयोजन स्थल पर उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है।