Rajasthan Gaurav Award : गूंजे अमर गायक मोहम्मद रफी के 25 गीत, मोहन बालोदिया को दिया ‘राजस्थान गौरव अवार्ड’

मोहम्मद रफी की याद में मोहन बालोदिया ने बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित की गीत माला ‘जनम जनम का साथ है’ जयपुर में पिछले 42 साल से मोहम्मद रफी की याद में निरंतर आयोजित कर रहे हैं संगीत संध्या

Rajasthan Gaurav Award : गूंजे अमर गायक मोहम्मद रफी के 25 गीत, मोहन बालोदिया को दिया ‘राजस्थान गौरव अवार्ड’

Ananya soch: Rajasthan Gaurav Award 

अनन्य सोच। ‘ऐ नर्गिसे मस्ताना बस इतनी शिकायत है,’ ‘मस्त बहारों का मैं आशिक’ और ‘मोहब्बत ज़िंदा रहती है  मुहब्बत मर नहीं सकती’ जैस सुरीले गीतों को जब शहर के सुपर सिंगर मोहन कुमार बालोदिया ने अपनी दिलकश आवाज़ में गाया तो मंच पर अमर गायक मोहम्मद रफी की याद एक बार फिर से ताज़ा हो गई. मौका मोहम्मद रफी की पुण्य तिथि पर बालोदिया इवेन्ट्स और बालोदिया डायमंड ऑर्केस्ट्रा की ओर से बिड़ला ऑडिटोरियम में कार्यक्रम ‘जनम जनम का साथ है’ के आयोजन का. इस मौके पर मोहन कुमार बालोदिया, राजस्थान की लता मंगेशकर कही जाने वाली सुपर सिंगर रश्मि बालोदिया और उनके साथियों ने मोहम्मद रफी के गाए 25 सुपर हिट एकल और युगल गीत प्रस्तुत किए. इस दौरान मोहन बालोदिया को बॉलीवुड गोल्डन इरा के फिल्म संगीत को चार दशक से भी अधिक समय से जीवंत बनाए रखने के लिए ‘राजस्थान गौरव’ अवार्ड से नवाजा गया. उन्हें ये सम्मान वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा ने प्रदान किया. जाने-माने समाज सेवी ओमप्रकाश मोदी समारोह के मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध उद्घोषक अरूण किम्मतकर ने किया.

-इन कलाकारों ने भी दी प्रस्तुति

नागेश भटनागर, राजीव माथुर, कृष्ण कन्हैया मीना, राजीव सक्सेना, बेला माथुर, विधि आचार्य,नीना सक्सेना, मनीषा जैन और निकिता कोका लालवानी विभिन्न एकल और युगल गीतों की प्रस्तुति दी.

-43 साल से निरंतर आयोजित कर रहे हैं कार्यक्रम

मोहन बालोदिया मोहम्मद रफी के निधन के बाद से परिस्थिति चाहे कैसी भी हो हर साल मोहम्मद रफी की पुण्य तिथि के मौके पर एक कार्यक्रम अवश्य करते हैं. यह बात दीगर है कि हर साल इसके आयोजन की तिथि वो सुविधानुसार जुलाई के अंतिम सप्ताह में तय करते हैं. उन्होंने मोहम्मद रफी की याद में उनके निधन के बाद पहली संगीत संध्या 43 वर्ष पूर्व उन्होंने घर के एक छोटे से कमरे में आयोजित की थी. उसके बाद इन कार्यक्रमों का सिलसिला जवाहर कला केन्द्र, महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम सहित शहर के कई ऑडिटोरियम में होता हुआ.अब पिछले कुछ सालों से शहर के सबसे चर्चित बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है.