अनंत अंबानी की वनतारा: वाइल्डलाइफ रेस्क्यू और रिहैबिलिटेशन में होंगे सहायक
Ananya soch
अनन्य सोच। अनंत अंबानी का वंतारा गुजरात के जामनगर के शांत परिदृश्य में बसा हुआ. संकट में जानवरों के लिए करुणामय देखभाल और अत्याधुनिक चिकित्सा सहायता प्रदान करता है. पुनर्वास के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ, यह अपने निवासियों को एक प्राकृतिक और पोषणपूर्ण वातावरण प्रदान करता है, जो उनकी शारीरिक और इमोशनल वेल बिंग को बढ़ावा देता हैं. वंतारा वन्यजीव पुनर्वास में वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए तैयार है.अनंत अंबानी द्वारा स्थापित एक दूरदर्शी वन्यजीव संरक्षण इनिशिएटिव है और रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन के जबरदस्त समर्थन से समर्थित है. 3000 एकड़ में फैले विशाल जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के भीतर स्थित, वनतारा दुर्व्यवहार, चोट या विलुप्त होने का सामना करने वाले जानवरों के लिए एक अभयारण्य के रूप में कार्य करता है.
एक साहसी रेस्क्यू में अनंत अंबानी के वनतारा ने त्रिपुरा से हथिनी प्रतिमा और उसके बच्चे को मुक्त कराने के लिए छह वाहनों का एक काफिला जुटाया, जिसमें एम्बुलेंस, फीड व्हीकल और 22 स्टाफ मेंबर्स की एक डेडिकेटेड टीम शामिल थी. यह उल्लेखनीय प्रयास पशु कल्याण के प्रति वनतारा की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है, क्योंकि उनकी डेडिकेटेड मेडिकल टीम ने प्रतिमा को ज़रूरी देखभाल प्रदान करने के लिए केवल 24 घंटों में जामनगर से त्रिपुरा तक 3500 किलोमीटर की उल्लेखनीय जर्नी शुरू की.
उनके स्थानांतरण से पहले वनतारा के स्पेशलिस्ट द्वारा एक्सटेंसिव ट्रीटमेंट किया गया, जिससे हर कदम पर उनकी भलाई सुनिश्चित हुई.
ट्रस्ट के एक पशुचिकित्सक ने त्रिपुरा में उनकी जांच की, जिसमें प्रतिमा पर कई घाव और चोट के निशान पाए गए, साथ ही अंगों में गंभीर कठोरता और एक आंख में ब्लाइंडनेस पाया गया. प्रतिमा दुबली हो गई थी जबकि उसका बछड़ा भी पोषण की कमी से पीड़ित था.
गौहाटी के डॉ. जहान सहित दो पशु चिकित्सकों के नेतृत्व में वनतारा की समर्पित टीम की विशेषज्ञ देखभाल के तहत, प्रतिमा और उसका बछड़ा अब ठीक होने की राह पर हैं. चौबीसों घंटे चिकित्सा देखभाल और दयालु समर्थन के साथ, मां और बछड़ा दोनों एक उल्लेखनीय परिवर्तन का अनुभव कर रहे हैं, जो बाधाओं को चुनौती दे रहा है और अपने भविष्य के लिए प्रेरणादायक आशा दे रहा है.