जयपुर में होगा देश का पहला गुलाबी सिंथेटिक रेसिंग ट्रैक, स्विट्जरलैंड से मंगवाया गया है सिंथेटिक मटेरियल 

फर्राटे से दौड़ेंगे अब धावक... क्योंकि 15 साल बाद बदल रहा है एसएमएस स्टेडियम का सिंथेटिक ट्रैक, 7 करोड़ रुपए से निखरेगा एथलेटिक्स ग्राउंड

जयपुर में होगा देश का पहला गुलाबी सिंथेटिक रेसिंग ट्रैक, स्विट्जरलैंड से मंगवाया गया है सिंथेटिक मटेरियल 

सुनील शर्मा

अनन्य सोच, जयपुर। प्रदेश के एथलीट्स को नए सिंथेटिक रेसिंग ट्रैक की सौगात मिलने वाली है। करीब 15 साल बाद एसएमएस स्टेडियम में यह सिंथेटिक ट्रैक बदला जा रहा है, जो देश का सबसे अनूठा ट्रैक होगा। गुलाबीशहर में गुलाबी रंग का ही यह ट्रैक होगा, जिसे विशेष ऑर्डर पर तैयार करवाया जा रहा है। खेल परिषद के मुताबिक यह देश का पहला गुलाबी ट्रैक होगा, अब तक बनाए गए सभी ट्रैक रेड कलर के होते थे। इसे बनाने के लिए सिंथेटिक मटेरियल स्विट्जरलैंड से मंगवाया गया है, जो कि अब दिल्ली से जल्द जयपुर लाया जाएगा। इसको लेकर संबंधित महकमे की ओर से सभी तरह की तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि ट्रैक के अलावा भी स्टेडियम में खेल परिषद कई और बदलाव करेगी, जिसमें करीब 7 करोड़ रुपए खर्च होंगे। फिलहाल पुराने ट्रैक को जेसीबी की मदद से उखाड़कर साइड में किया जा रहा है।

6 माह लगेंगे ट्रैक तैयार होने में, तब तक प्लेयर्स की प्रैक्टिस रहेगी बाधित

एसएमएस स्टेडियम में पुराने रेसिंग ट्रैक को उखाड़ने से जमीन को समतल करने का काम शुरू किया जा चुका है। नया सिंथेटिक ट्रैक आने वाले 6 माह में खिलाड़ियों के दौड़ने के लिए तैयार हो जाएगा, तब तक खिलाड़ियों की प्रैक्टिस पूरी तरह बाधित रहेगी। फिलहाल प्लेयर्स राजस्थान यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स ग्राउंड पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। एसएमएस के नए ट्रैक पर अभ्यास के बाद थकान मिटाने के लिए एथलीटों के बैठने की सुविधा भी दी जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक जयपुर में पुराने सिंथेटिक ट्रैक पर अब तक कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता नहीं हुई थी। मगर अब नया ट्रैक बनने के बाद यहां पर इंटरनेशनल लेवल की चैंपियनशिप होने की संभावनाएं हैं।

400 मीटर का ट्रैक बनाने दिल्ली से आएगा दल

स्टेडियम में बनने वाले 400 मीटर के नए रेसिंग ट्रैक को बनाने के लिए दिल्ली से एक दल आएगा। गौरतलब है कि स्टेडियम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हर दिन अभ्यास करने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से सिंथेटिक ट्रैक पूरी तरह से उखड़ चुका था, इससे अभ्यास के दौरान खिलाड़ियों को इंजरी का सामना भी करना पड़ा। इसे लेकर बजट भी करीब 1 साल पहले जारी किया गया था। इसके बावजूद सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। हालांकि अब जल्द ही एथलेटिक से जुड़े खिलाड़ियों को नए सिंथेटिक ट्रैक की सौगात मिलेगी।

हाईलाइट्स

- खेल परिषद का दावा पिंक कलर का यह देश का पहला ट्रैक होगा
- पिंक सिंथेटिक रेसिंग ट्रैक के निर्माण पर लागत करीब 7 करोड़ आएगी
- इंटरनेशनल लेवल की प्रतियोगिताएं आयोजित हो सकेंगी।
- ट्रैक के चारों ओर बैठने के लिए दर्शक दीर्घा भी बनाई जाएगी
- स्टेडियम में दो मंजिला वेट ट्रेनिंग और जिम का निर्माण भी खेल परिषद करवाएगी।

वर्जन...

हमारे शहर की पहचान पिंक कलर से है, इसलिए हम चाहते हैं कि यहां का ट्रैक भी पिंक हो। हालांकि एक्सपर्ट्स के सुझाव पर निर्णय लिया जा रहा है, पिंक या ब्ल्यू इन दोनों कलर में से ही किसी एक का चुनाव होगा। इस सिंथेटिक ट्रैक के बाद यहां इंटरनेशनल लेवल की चैंपियनशिप भी हो सकेगी। इससे राजस्थान के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा और मेडल्स की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
- वीरेंद्र पूनिया, मुख्य खेल अधिकारी, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद