राज्यपाल ने "राजस्थान गौरव" सम्मान से किया प्रतिभाओं का सम्मान

प्रतिभाएं राष्ट्र और समाज की धरोहर -राज्यपाल

राज्यपाल ने "राजस्थान गौरव" सम्मान से किया प्रतिभाओं का सम्मान
अनन्य सोच, जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि प्रतिभाएं किसी एक समाज की नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र और समाज की धरोहर होती हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों का सम्मान यदि होता है तो इससे पूरे समाज में एक सकारात्मक वातावरण बनता है। 
राज्यपाल मिश्र सोमवार को संस्कृति युवा संस्था द्वारा एक निजी होटल में आयोजित 'राजस्थान गौरव' सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान गौरव से अलंकृत विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का अभिनंदन करते हुए सम्मानित प्रतिभाओं को भविष्य में इसी तरह समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करते हुए अपना सर्वोत्कृष्ट देने का आह्वान किया।
 मिश्र ने संस्कृति संस्था द्वारा पिछले 28 वर्षों से 'राजस्थान गौरव' सम्मान, विद्यार्थियों को स्कॉलरिशप, जयपुर मैराथन आदि आयोजनों के लिए संस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि जीवन पथ पर वही व्यक्ति निंरतर आगे बढ़ते हैं जो अपने लिए ही नहीं बल्कि दूसरों के हित को ध्यान में रखते हुए कार्य करते हैं। उन्होंने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की  व्यस्टि नहीं समष्टि भाव की सर्व कल्याण की सोच से सभी को कार्य करने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों से जोड़ने के लिए भी अधिकाधिक कार्य करने की आवश्यकता जताई।  
इससे पहले राज्यपाल मिश्र ने भारतीय सेना में कारगिल युद्ध के नायक रहे रिटायर्ड कर्नल वी.एस. बालोठिया, सीनियर आईएएस अजिताभ शर्मा, भारतीय पुलिस सेवा के राजीव पचार, भारतीय इंजिनियरिंग सेवा के आशु सिंह राठौड, भारतीय राजस्व सेवा के नितिन कुमार जैमन, सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक अचल शर्मा, दुबई के यंग एंटरप्रेन्योर अंकित जैन, शिव विलास रिसोर्ट के चैयरमेन स्व.बृजमोहन शर्मा, इंटरनेशनल वुडबॉल प्लेयर अजय सिंह, मांड गायिका बेगम बतूल, आईटी प्रोफेशनल सुदीप, व्यवसाय के क्षेत्र में प्रताप सिंह, रविन्द्र प्रताप सिंह, फुटबाल खिलाड़ी अजय सिंह मीणा आदि प्रतिभाओं को "राजस्थान गौरव" सम्मान से सम्मानित किया।
आरंभ में संस्कृति युवा संस्था के सुरेश मिश्रा ने संस्था द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों, सार्वजनिक सरोकारों से जुड़े आयोजनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर श्री एच. सी. गणेशिया, श्री दिनेश शर्मा, गौरव धामाणी ने भी विचार रखे। राज्यपाल श्री मिश्र ने पूर्व में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया।