बच्चों के लिए अनुशासन बहुत जरूरी, हर चीज करते है ऑब्जर्व

एक्ट्रेस रवीना ने शेयर किए अनुभव

बच्चों के लिए अनुशासन बहुत जरूरी, हर चीज करते है ऑब्जर्व

विजय सिंह।
अनन्य सोच, जयपुर। घर और बच्चों में डिसीप्लेन रखती हूं। क्योंकि बच्चों के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है। ये ही कारण है, कि मैं तो अभी-भी धो डालती हूं अपने बेटे को। वो सब चलता है। ये ही इंडिया है। भारत में ये जरूरी है। (हंसते हुए) इसके बिना वे सुधर नहीं सकते। ये शब्द किसी सामान्य मां के नहीं, बल्कि बॉलीवुड अदाकारा रवीना टंडन के थे, जो उन्होंने फिक्की फ्लो जयपुर चेप्टर की ओर से आयोजित इंटरेक्शन प्रोग्राम में कहे। बॉलीवुड की लेविश और रिच लाइफ जीने वाली एक्ट्रेस के मुंह से इस तरह की बातें सुनकर हर कोई प्रभावित था। क्योंकि बच्चों के अनुशासन के प्रति भारत में सब एक जैसा हैं।
गौरतलब है चेयरपर्सन नेहा डड्डा और फ्लो टीम की ओर से स्टाइल एंड सबस्टेंस एंड सक्सेस विद रवीना प्रोग्राम का आयोजन जयपुर में किया गया। जहां एक्ट्रेस ने फ्लो सदस्यों के साथ इंटरेक्शन करने के साथ अनुभव बांटे। 
महिलाओं और बच्चों के लिए काम करना पसंद:
रवीना ने कहा, कि महिलाओं, बच्चों और जानवरों के लिए काम करना चाहती हूं। यह मुझे पसंद है। करुणा, दयालुता और भावनात्मक प्रकृति वे स्तंभ हैं, जो सफल व्यक्तित्व बनाने में विश्वास करते हैं। इस मौके पर उन्होंने दर्शकों को उन्हें हर तरह की भूमिकाओं में उन्हें स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया। चाहे कॉमेडी हो या गंभीर भूमिकाएं या मुख्यधारा के व्यावसायिक सिनेमा। 
भारतीय नारी देवी का साकार:
अभिनेत्री ने कहा, भारतीय नारी देवी का साकार रूप है। कुछ लक्ष्मी हैं तो कुछ अन्य रूपों में अपनी भूमिका निभाती हैं। आज फाइटर प्लेन चला रही हैं तो देश की रक्षा तक कर रही हैं। 
परिवार और बच्चों की बात की जाए तो मेरे बच्चों को शुगर कोटेड लाइफ नहीं दी। बच्चों के साथ बेठों और उनके साथ बात करो। उनको डिसीप्लेन में रखो। बच्चे हमेशा आपको देखते हैं और सीखते हैं, कि आप क्या और कैसे कर रहे हो। वे हर चीज को ऑब्जर्व करते हैं। हमको अपना व्यवहार अच्छा रखना होगा, तभी वे दूसरों से अच्छा आचरण करेंगे। उन्होंने एक फेमिली स्टोरी के जरिए लोगों को अवेयर करते हुए ग्रेंड पेरेंट्स की रिस्पेक्ट और ख्याल रखने का मैसेज भी दिया। 
स्वयं को दें 45 मिनट:
रवीना ने कहा, स्वयं को समय देना बहुत जरूरी है। 30 से 45 मिनट रोजाना खुदको दें। उस समय न बच्चे, ना ही पति और न ही इन लॉज। बस आप और आपका समय। क्योंकि यह बहुत जरूरी है। अपनी पसंद का म्यूजिक सुना, योगा करो, वॉक करो। ऐसे ही अपनी केयर करते रहो। स्वीमिंग करो और अपनी आंखों पर ककड़ी रखकर सो जाओ।
शूट पर देखा रामबाग:
जयपुर से बहुत मेमोरी है। फर्स्ट स्टैंडर्ड में थी, जब पेरेंट्स के साथ राजस्थान आई थी। प्रदेश से प्यार है। शादी भी यहां करना चाहती थी। मेरी मूवी परंपरा यहां थी। रामबाग उसी समय देखा। चोखी ढाणी गई और फूड को एंजॉय किया।  
गोला बनाकर बदल लेते थे कपड़े:
आज तो फाइव स्टार वेनिटी वेन्स आ गई हैं। हम तो जनरेटर वेन में तैयार हो जाते थे। चार लोग गोला बना लेते थे और ड्रेस चेंज कर लेते थे। 
रवीना ने अपनी शूटिंग के कुछ पलों को भी शेयर किया और कहा, हम बहुत हार्ड वर्कर रहे हैं। क्योंकि बारिश और या सर्दी-गर्मी, शूट करना ही होता था। जैसे बात की जाए टिप टिप बरसा पानी गाने की शूट की तो उस समय मेरे घुटने तक घिस गए थे। पूरे पैरों में स्क्रेच थे, लेकिन शूट करना ही था। वह एक टफ शूट था, जिसे हमने पूरा किया। ग्लेमर लाइफ के पीछे बहुत मेहनत छुपी होती है।