प्रतिभा खोज योजना शुरू, कलाकारों को मिलेगा उचित मंच

अनन्य, सोच। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग एवं रवीन्द्र मंच जयपुर द्वारा प्रान्तीय एवं भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार करना व संवर्द्धन के साथ साथ छिपी हुई प्रतिभाओं को तराश कर कलाकार बनाने एवं उन्हें मंच उपलब्ध कराने तथा आम जनों में संस्कृति के प्रति जुडाव पैदा करने के दृष्टिकोण से "प्रतिभा खोज योजना प्रारम्भ की जा रही है. प्रियव्रत सिंह चारण मैनेजर द्वारा बताया गया कि रवीन्द्र मंच इसी तरह की प्रतिभाओं को उजागर करने एवं उन्हें तराशने एवं उन्हे कलाकार बनाने की दिशा में एक पहल करने जा रहा है. इस योजना का नाम "प्रतिभा खोज" रखा गया है। इस योजना के तहत हमारे द्वारा 7 वर्ष से लेकर 35 वर्ष के व्यक्तियों को नाटक, नृत्य, संगीत की नियमित कक्षाएं प्रदेश के प्रतिष्ठित दक्ष गुरूओं के निर्देशन में आयोजित की जायेगी. उक्त प्रशिक्षण कक्षाएं नियमित रूप से आयोजित की जायेगी. प्रत्येक विद्या के प्रशिक्षण की कालावधि 2 माह की होगी प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रशिक्षणार्थियां का कला प्रदर्शन रवीन्द्र मंच पर करवाया जायेगा. इस प्रकार का आयोजन राजकीय स्तर पर प्रदेश में पहली बार होगा.