कैमरे में कैद किया सूर्याेदय का सौन्दर्य, फिर कैनवास पर उतार दिया पेन्टिंग की तरह

अविनाश पाराशर। छायाकार पुष्पेन्द्र उपाध्याय ने फोटोग्राफ्स से दिखाया कैनवास पर पेन्टिंग्स का सौन्दर्य सूर्योदय से सूर्यास्त तक के नजारे हैं इन पेन्टिंग नुमा फोटोग्राफस के केन्द्र में

कैमरे में कैद किया सूर्याेदय का सौन्दर्य, फिर कैनवास पर उतार दिया पेन्टिंग की तरह

Ananya soch: 10-day photographs exhibition

अनन्य सोच।10-day photographs exhibition: जयपुर के पेशे से कॉन्ट्रेक्टर पुष्पेन्द्र उपाध्याय के 31 पेन्टिंगनुमा फोटोग्राफ्स की एक दस दिवसीय एग्जीबिशन अनुभूति शनिवार को जवाहर कला केन्द्र की पारिजात कला दीर्घा में शुरू हुई. इस एग्जीबिशन की खासियत ये है कि यहां प्रदर्शित सभी कलाकृतियां मूल रूप से पुष्पेन्द्र के कैमरे से खींचे हुए फोटोग्राफ्स हैं लेकिन छायाकार ने इन्हें कैनवास पर इस तरह ट्रांसफार्म किया है कि देखने वाले को ये सभी छाया चित्र पेन्टिंग्स की तरह नजर आते हैं. पुष्पेन्द्र पिछले सात साल से शौकिया छाया चित्रकारी कर रहे हैं. पिछले साल उन्होंने अपनी कला की पहली प्रदर्शनी जवाहर कला केन्द्र में आयोजित की थी जिसमें उन्होंने पहाड़ों के सौन्दर्य के प्रदर्शित किया था, यह प्रदर्शनी उन्होंने विश्व फोटोग्राफी दिवस (19 अगस्त) के मौके पर की थी.

दिखे सूर्योदय से सूर्यास्त तक के नजारे

पुष्पेन्द्र ने इस बार अपनी छाया चित्रकला को फोटो पेपर के स्थान पर कैनवास पर जीवंत किया है जिसके केन्द्र में सूर्योदय से सूर्यास्त तक के नजारे हैं. पहले चित्र में पूर्व दिशा पर सुबह की लालिमा नजर आती है, दूसरे में बादलों के पीछे से उदय होता सूर्य, तीसरे में धीरे धीरे आसमान पर चमकने की प्रक्रिया में किरणें हैं तो चौथे चरण में फलक पर चमकते सूर्य का सौन्दर्य देखने योग्य है. एक फोटोग्राफ का एंगल ऐसा मानों सूर्य एक पेड़ पर बैठकर विश्राम कर रहा है तो अगले ही चित्र में वो बादलों की ओट से झांक कर पृथ्वी की हलचल को निहारता प्रतीत हो रहा है. 

भरतपुर के घना पक्षी अभ्यारण का मनोरम दृश्य

पुष्पेन्द्र की एक अन्य कलाकृति में भरतपुर के घना पक्षी अभ्यारण्य का मनोरम दृश्य देखने योग्य है. इस चित्र में उन्होंने एक तलाब के पास लगे पेड़़ पर बैठे दर्जनों पक्षियों का फोटो इस अंदाज में खींचा है कि नीचे पानी में सभी की प्रतिबिंब स्पष्ट नजर आ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने यहां अपने गुरू फोटो आर्टिस्ट महेश स्वामी का खींचा एक 40 गुणा 60 इंच आकार का चित्र भी प्रदर्शित किया है, इसमें महेश ने सुबह के समय समुद्र के किनारे की हलचल को बहुत ही कलात्मक अंदाज में क्लिक किया है.

26 अगस्त तक दीर्घा में होंगी विभिन्न गतिविधियां

पुष्पेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि 26 अगस्त तक चलने वाली इस एग्जीबिशन के दौरान हर दिन कला दीर्घा में विभिन्न कलात्मक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. रविवार को एच.आई.वी पॉजिटिव बच्चों को एग्जीबिशन की सैर करवाई जाएगी साथ ही उन्हें फोटोग्राफी के बारे में भी बताया जाएगा साथ फोटोग्राफी हमारे जीवन को कैसे एनरिचत करती है इस विषय पर महेश स्वामी के साथ टॉक शो का आयोजन भी किया जाएगा.


इससे पूर्व कला एवं संस्कृति विभाग के पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, हरिदेव जोशी यू विभ्निवर्सिटी के संस्थापक वी.सी. ओम थानवी और समालोचक डॉ. दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने इसका उद्घाटन किया.